एडीजी प्रेम प्रकाश ने फीता काटकर शुक्रवार को चौकी का किया इनॉगरेशन

PRAYAGRAJ: पत्थर गिरजाघर एक तरफ सिविल लाइंस थाना और दूसरी तरफ पुलिस चौकी। दोनों की पत्थर गिरजा से दोनो की दूरी आलमोस्ट सेम। सवाल आया इतनी कम दूरी पर पुलिस चौकी की जरूरत क्यों? इसका जवाब मिला पुलिस चौकी के नाम में। इसका नाम ही पुलिस चौकी धरना स्थल रखा गया है। नाम भी इसलिए रखा गया है क्योंकि प्रशासन ने मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने वालों के लिए यही स्थान आरक्षित कर दिया गया है। परमिशन लेकर इसके अलावा किसी स्थान पर धरना-प्रदर्शन नहीं किया जा सकता।

सीओ-इंस्पेक्टर के प्रयास की सराहना

आईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि लखनऊ और दिल्ली जैसे शहरों की तरह यहां भी धरना प्रदर्शन के लिए एक जगह होनी चाहिए थी। इसी के मद्देनजर पत्थर गिरजाघर के पास खाली पड़ी जमीन को धरना स्थल के रूप में डेवलप किया गया। उन्होंने कहा कि अब अपनी बात को लोकतांत्रिक तरीके से लोग यहां धरना प्रदर्शन के मध्यम से रख सकते हैं। चिन्हित किए गए धरना स्थल पर ही अब धरना या प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी। धरना व प्रदर्शन करने वालों की सुरक्षा और उनकी बात सुनने के लिए ही यहां पुलिस चौकी धरना स्थल की स्थापना की गई है। इस चौकी की स्थापना में सीओ सिविल लाइंस अजीत सिंह चौहान और इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रवीन्द्र प्रताप सिंह के प्रयासों की उन्होंने सराहना की। सीओ सिविल लाइंस ने कहा कि धरना स्थल पर टाइल्स भी लगवाए जाएंगे। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

इन स्थानों पर दिए धरना तो कार्रवाई

अब कलक्ट्रेट परिसर हो या फिर कचहरी रोड पर धरना देने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी

कोई भी व्यक्ति या संगठन अथवा पार्टी के लोग पुलिस ऑफिसर, विकास भवन परिसर में धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे

सिविल लाइंस सुभाष चौराहे पर भी धरना या प्रदर्शन अथवां जुलूस जैसे कार्यक्रमों की अनुमति नहीं होगी

Posted By: Inextlive