कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को बहुत परेशान कर दिया है। सैकड़ों मरीज ऐसे भी आए हैं जिनकी आरटीपीसीआर जांच निगेटिव आई है और लंग्स में जबरदस्त संक्रमण है। ऐसे मरीजों के लिए क्या है इलाज और उनको कहां भर्ती कर इलाज होगा। यह बहुत बड़ा सवाल है। इस बारे में दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने बेली हॉस्पिटल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ आनंद सिंह से बात की। उन्होंने बताया किकोरोना के निगेटिव और पाजिटिव, दोनों तरह के मरीजों के लिए अब इलाज उपलब्ध है।

सवाल- मरीजों की आरटीपीसीआर जांच निगेटिव आ रही है और लंग्स में संक्रमण दिख रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है।

जवाब- कोरोना की दूसरी लहर में ऐसे कई मरीज सामने आए हैं जिनकी आरटीपीसीआर जांच निगेटिव आ रही है और उनको कोरोना के सभी लक्षण हैं। ऐसे मरीजों में कोरोना की पुष्टि सीटी स्कैन में हो रही है। ऐसा इसलिए है कि कई बार वायरस गले और नाक में न रुककर सीधे लंग्स पर अटैक करता है। कई बार जांच करने के तरीके से भी कोरोना की पुष्टि नहीं हो पाती है। यह मायने रखता है कि जांच करने वाला स्वेब किस तरह से ले रहा है। नाक और मुंह दोनों रास्ते से सैंपल लिया जाना चाहिए।

सवाल- ऐसे मरीजों को सबसे पहले क्या करना चाहिए। क्योंकि रिपोर्ट निगेटिव होने पर घरवालों को कुछ भी समझ नहीं आता है।

जवाब- यह सवाल बिल्कुल सही है। ऐसे समय में घबराना नहीं चाहिए। डॉक्टर से तत्काल संपर्क कर दवाओं के बारे में कंसल्ट करना चाहिए। बिना देरी किए इलाज शुरू कर देना चाहिए। डॉक्टर को अपनी सिटी स्कैन की जांच रिपोर्ट जरूर दिखाएं। इलाज में जितनी देरी होगी, मरीज की पोजीशन क्रिटिकल होती जाएगी।

सवाल- लेकिन ऐसा कैसे संभव होगा। मरीजों की शिकायत है कि वह कहां से इलाज कराएं। डॉक्टर तो फोन ही नहीं उठाते हैं। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं।

जवाब- आजकल सभी क्लीनिक और अस्पताल बंद चल रहे हैं। जिनकी कोविड जांच पाजिटिव है उनको तो आसानी से इलाज मिल रहा है। लेकिन जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है और लक्षण दिखने के चलते वह परेशान हो रहे हैं। ऐसे मरीजों को परेशान नहीं होना है। सरकार के नए आदेश में कोविड और नान कोविड दोनों तरह के मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाना है। इसके लिए मरीज की आरटीपीसीआर जांच का इंतजार नहीं किया जाएगा। मरीज को भर्ती कर तुरंत इलाज दिया जाएगा।

सवाल- ऐसे मरीजों को आक्सीजन का उपयेाग कब करना चाहिए। इसके लिए क्या तरीके हैं।

जवाब- मरीज को आक्सीजन का उपयेाग करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के आक्सीजन का यूज नहीं करना है। अगर आक्सीजन सैचुरेशन 90 से अधिक है तो आक्सीजन की जरूरत नहीं है। दवाओं के यूज से आक्सीजन लेवल पुन: मेंटेन हो जाता है।

सवाल- कोविड के इलाज में स्टेरायड का यूज करना कितना सही है।

जवाब- आजकल कोविड के इलाज में स्टेरायड दिया जा हा है। अस्पतालों में मरीजों को जल्द हील करने के लिए स्टेरायड दिया जा रहा है। लेकिन यह डॉक्टर दे तो सही है। लोग अपने घरों में समय से पहले स्टरायड ले रहे हैं। यह बेहद खतरनाक है। क्योंकि स्टेरायड लेने के साइड इपफेक्ट भी हो सकते हैं। स्टेरायड का बहुत जल्द यूज भी नहीं करना है।

Posted By: Inextlive