-डिफरेंट वैरायटी के मोबाइल फोन और टैब की बढ़ी मार्केट में डिमांड

-अलग-अलग फीचर को पैरेंट्स दे रहे हैं तवज्जो

-लॉकडाउन के बाद मोबाइल मार्केट में पहले से ज्यादा पकड़ी रफ्तार

25 करोड़ मंथली था सिटी में लॉकडाउन के पहले नए मोबाइल का कारोबार

40 करोड़ के करीब पहुंच गया लॉकडाउन के बाद

01 करोड़ था लॉकडाउन के पहले पुराने मोबाइल का कारोबार

03 करोड़ तक पहुंच गया सिटी में लॉकडाउन के बाद यह

15 से 20 हजार के मोबाइल व टैब की सबसे अधिक डिमांड

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PRAYAGRAJ: कोरोना के चलते ऑनलाइन क्लासेस पर जोर है। इसके साथ ही स्मार्टफोन और टैब की डिमांड भी काफी ज्यादा बढ़ गई है। पैरेंट्स के बीच डिफरेंट फीचर्स वाले मोबाइल फोन की मांग है। हालांकि नए मोबाइल की परचेज ने पैरेंट्स का बजट भी बिगाड़ दिया है। जिसके बजट में नया मोबाइल नहीं आ रहा है, वह सेकंड हैंड ही ले रहा है। मोबाइल व टैब व्यापार से जुड़े व्यापारियों के मुताबिक नए और पुराने मॉडल्स की डिमांड अनलॉक में दोगुना हो चुकी है।

इस तरह बढ़ रही डिमांड

सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो चुकी है। इसके लिए स्मार्टफोन अनिवार्य जरूरत बन गया है। बच्चों की पढ़ाई न छूटे इसके लिए पैरेंट्स भी मोबाइल खरीदने पर मजबूर हैं। इसका नतीजा यह है कि अभी तक सिटी में जहां मोबाइल और टैब का मंथली कारोबार 25 करोड़ का था, वह अब बढ़कर 40 करोड़ का हो चुका है। इसमें भी खास बात ये है कि डिमांड के हिसाब से मार्केट में मोबाइल और टैब उपलब्ध नहीं है। माल की शॉर्टेज होने के बाद यह हालत है। ऐसे में अगर सप्लाई और तेज हो जाए तो इसकी डिमांड कई गुना बढ़ सकती है।

नया न सही, पुराना ही सही

बहुत से पैरेंट्स ऐसे हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान तो जैसे-तैसे काम चलाया। उस वक्त इस बात की भी उम्मीद थी कि शायद जुलाई एंड या अगस्त तक स्कूल ओपन हो जाएंगे। लेकिन जिस तरह से कोरोना केसेज बढ़ रहे हैं, ऑनलाइन पढ़ाई ही चलने के आसार ज्यादा हैं। ऐसे में पैरेंट्स के लिए मोबाइल परचेज करना जरूरी हो गया है। बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनके बजट में नया मोबाइल नहीं आ रहा है। ऐसे में यह लोग पुराना मोबाइल परचेज कर रहे हैं।

इन फीचर्स की है डिमांड

03 जीबी रैम मिनिमम

05 घंटे का बैटरी बैकअप

बेहतर क्वॉलिटी का कैमरा

ऑनलाइन क्लासेस की शुरुआत होने से मोबाइल मार्केट ने तेजी से ग्रो किया है। पहले जहां सिटी में 25 करोड़ का कारोबार था, वह अचानक से बढ़कर 40 करोड़ के करीब पहुंच गया है।

-शिवसेवक सिंह

अध्यक्ष, यूपीआईटीसीडब्लूए

Posted By: Inextlive