हंगामा तो मचा रहे, आपत्ति देने से कतरा रहे
80 वार्ड के आरक्षण पर आई केवल 25 आपत्ति, पांच अक्टूबर को जारी हुआ था आरक्षण
आपत्ति को मिला था एक सप्ताह का समय, रैपिड सर्वे में खेल के साथ मनमानी का आरोप ALLAHABAD: नगर निकाय चुनाव को लेकर निवर्तमान पार्षदों ने फिर चुनाव लड़ने की तैयारी की थी। कई नए प्रत्याशियों ने भी जोड़-घटाना शुरू किया था। लेकिन नगर निगम द्वारा जारी आरक्षण ने पूरा खेल बिगाड़ दिया। इसे लेकर सभी ने हंगामा तो खूब मचाया, लेकिन जब आपत्ति दर्ज कराने की बारी आई तो 80 वार्डो के शहर में केवल 25 लोग ही सामने आए। इसमें रैपिड सर्वे में गुणा-गणित के साथ मनमानी का आरोप लगाया गया है। खत्म हुई आपत्ति देने की डेटनगर विकास विभाग की संस्तुति पर नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने शहर के 80 वार्डो की आरक्षण सूची पांच अक्टूबर को जारी की। इसमें 44 वार्ड आरक्षित किए गए। अधिकारियों ने वार्डो के आरक्षण का आधार रैपिड सर्वे के साथ चक्रानुक्रम भी बताया। लेकिन कौन सा फार्मूला अपनाया गया, ये क्लीयर नहीं हुआ। पांच अक्टूबर को जारी आरक्षण लिस्ट के आधार पर आपत्ति के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया। गुरुवार को आपत्ति देने की लास्ट डेट थी।
सबकी अपनी है शिकायतआपत्तियों में अलग-अलग आरोप लगे हैं। किसी ने वार्ड के आरक्षण में मनमानी तो किसी ने ओबीसी की आबादी अधिक होने के बाद भी वार्ड को एससी महिला करने का आरोप लगाया है। कुछ वार्डो में जनसंख्या कम दिखाकर लाभ पहुंचाने के आरोप लगे हैं। आरोप कितने सही हैं और कितने गलत ये तो निस्तारण के बाद ही पता चलेगा। दो-तीन दिन में आपत्तियों का निस्तारण कर आरक्षण लिस्ट फाइनल की जाएगी।
आरक्षण लिस्ट पर करीब दो दर्जन से अधिक आपत्तियां डीएम कार्यालय में पहुंची हैं। इनका निस्तारण जिलाधिकारी की ओर से गठित टीम द्वारा किया जाएगा। आपत्ति निस्तारण के बाद फाइनल आरक्षण जारी कर गवर्नमेंट को भेज दिया जाएगा। संजय कुमार सिंह अपर नगर आयुक्त