मिलावट का खेल, 53 में 23 सैंपल फेल
लोगों की सेहत से खुलेआम खिलवाड़, दुग्ध उत्पादों से करिए तौबा
सात पर दर्ज हुआ मुकदमा, सरसों के तेल में खतरनाक रंगों की मिलावट ALAHABAD: मिलावटखोर आपकी सेहत के दुश्मन बन चुके हैं। खानपान की चीजों में वह हानिकारक मिलावट करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग की हालिया जांच रिपोर्ट में हुआ है। पिछले चार से पांच माह में जांच के लिए भेजी गई खानपान की चीजों के 53 सैंपल में से 23 फेल हो गए हैं। इससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकारियों ने आनन-फानन में मिलावटखोरों पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। सेफ नहीं दुग्ध उत्पादलैब से जो भी जांच रिपोर्ट आई हैं उनमें सर्वाधिक मिलावट दुग्ध उत्पादों में मिली है। कहीं, स्टार्च की मिलावट है तो कहीं फैट को निकाल लिया गया है। सरसों के तेल में हानिकारक रंग मिलाया गया है, जो कैंसर फैलाने का बड़ा कारण बनता है। विभाग ने चार से पांच माह पहले शहर के कई इलाकों में अभियान चलाकर सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भेजे थे। भेजे गए कुल 53 में से 23 सैंपल फेल हो गए हैं।
कहां कितने सैंपल हुए फेलउत्पाद कुल फेल हुए सैंपल
दूध तीन
खोवा एक पनीर तीन मिठाई पांच आइसक्रीम एक सरसों का तेल एक रिफाइंड एक आटा एक दाल एक बेकरी एकनमक एक
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा फेल हुए सैंपल के आधार पर संबंधित दुकानदारों के खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसके अलावा पूर्व में आई जांच रिपोर्ट के आधार पर सात मिलावटखोरों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है। जिनमें छेना फेल होने पर कीडगंज घंटावाला और सुनील कुमार होलागढ़, खोवा फेल होने पर पार्वती स्वीट्स नैनी, बूंदी में मिलावट पर राजू केसरवानी शंकरगढ़, पनीर फेल होने पर न्यू मुन्ना स्वीट्स अल्लापुर और नूडल्स में तय मात्रा से अधिक राख पाए जाने पर राजू केसरवानी नैनी का नाम शामिल है। सैंपल की रिपोर्ट में अधोमानक आने पर पांच लाख तक जुर्माना और अनसेफ मिलने पर तीन साल की कैद के साथ पांच लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। लाइसेंस भी होगा कैंसिलजांच रिपोर्ट में सर्वाधिक खतरनाक मिलावट सरसों के तेल में पाई गई हैं। हंडिया के शिव शंकर की दुकान से भेजे गए सैंपल में हानिकारक केमिकल की मिलावट पाई गई है। यह वह केमिकल हैं जिन्हें रंग के रूप में सरसों के तेल में मिलाया जाता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि इन रंगों के शरीर में जाने से किडनी और लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही कैंसर जैसा जानलेवा रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। संबंधित दुकानदार को लाइसेंस कैंसिल करने की नोटिस भी भेजी गई है।
रिपोर्ट में कुल 23 सैंपल फेल पाए गए हैं। अभी और भी सैंपल की रिपोर्ट आने वाली है। मिलावटखोरों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिसमें जेल और जुर्माने दोनों का प्रावधान किया गया है। हरिमोहन श्रीवास्तव, अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा विभाग इलाहाबाद