पकड़े रहना, छोड़ना नहीं
चाहे जितनी जोर की लगी हो, पहले सोचना पड़ता है कैसे बचेगी आबरू
पीसीबी हास्टल की लाईब्रेरी में छात्र पढ़ रहे 1970 की किताबें
चाहे जितनी जोर की लगी हो, पहले सोचना पड़ता है कैसे बचेगी आबरू
पीसीबी हास्टल की लाईब्रेरी में छात्र पढ़ रहे 1970 की किताबें