कटहुला गौसपुर निवासी नन्हे पाल की आलीशान इमारत को पीडीए ने ढहाया

बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के बाद अतीक के खेमे में हुआ था शामिल

PRAYAGRAJ: कुख्यात अपराधी और अतीक का खास कहे जाने वाले नन्हे पाल का आलीशान इमारत शनिवार को जमींदोज कर दिया गया। यह कार्रवाई पहले पिपरी अब धूमनगंज थाना क्षेत्र के कटहुला गौसपुर में पीडीए द्वारा की गई। कटहुला गौसपुर निवासी नन्हे पाल के जिस बंगले को तोड़ा गया वह करीब 800 वर्ग गज में बना था। आलीशान यह बिल्डिंग दो फ्लोर की थी। इसकी अनुमानित कीमत पीडीए अफसरों द्वारा 10 से 12 करोड़ बताई गई।

अपराध की सीढि़यों से बटोरी दौलत

हार्डकोर क्रिमिनल नन्हे पाल मौका परस्ती में भी पीछे नहीं था। बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के बाद वह यू टर्न लिया और अतीक के पाले में जा बैठा। कई काम को आसानी से अंजाम देने के बाद वह अतीक के चहेते प्यादों में एक बन गया। इसके बाद वह अपराध की सीढ़ी पर चढ़ कर खुद के लिए भी खूब दौलत बटोर लिया।

माफिया अतीक अहमद के संरक्षण में वह एक के बाद एक कई गुनाहों को अंजाम दिया। लोगों का खून बहाने में माहिर नन्हे अतीक की सरपरस्ती में जमीन पर कब्जे का काम शुरू कर दिया। वह आईएस 227 गैंग के लीडर माफिया अतीक के लिए जमीन पर कब्जे करना और जबरिया लिखवाने तक का काम करता था।

हत्या, लूट व जमीन कब्जाने के दर्ज हैं कई मुकदमे

नन्हे पाल वर्ष 2005 के पहले राजू पाल का मुरीद था। बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के बाद वह अतीक के खेमे में शामिल हुआ। अतीक से जुड़ने के बाद वह उनके इशारे पर काम करने लगा। जानकार कहते हैं कि नन्हे पाल बड़े कम समय में खौफ और आतंक का दूसरा नाम बन गया। इसे कुछ लोग अतीक के शार्प शूटर के रूप में बताते हैं। कहते हैं कि बमबाजी और निशानेबाजी में इसका कोई जवाब नहीं था। नन्हें कुछ वर्ष प्रधानी का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में अपने रौब और खौफ के बूते वे जीत भी हासिल किया। करीब दस वर्ष पूर्व नन्हे के दो भाई मुन्ना और राकेश पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। पुलिस के मुताबिक नन्हें ये दोनों भाइयों का भी अपराध की दुनिया में एक रूतबा था। भाइयों के मारे जाने के बाद से नन्हें अपराध की दुनिया में तेजी से कदम बढ़ाया था। इसके खिलाफ थाना पिपरी व धूमनगंज में हत्या, लूट व जमीन पर कब्जे जैसे कई मुकदमे बताए गए हैं।

नन्हे माफिया अतीक अहमद गैंग का शार्प शूटर और शातिर अपराधी है। उसका ढहाया गया मकान पहले पिपरी में था अब थाना धूमनगंज लगता है। इसके खिलाफ गैंगेस्टर जैसी कार्रवाई पुलिस रिकार्ड में है।

सत शुक्ला, जोनल अधिकारी पीडीए

Posted By: Inextlive