-4.15 मिनट में पूरी करनी थी दौड़, 12 फीसदी ने छोड़ दी, दस फीसदी शामिल ही नहीं हुए

-इंटरनेशनल और नेशनल रिकॉर्ड का दुगुना टाइम मिला था कैंडीडेट्स को

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ALLAHABAD: डील-डौल और फिजिक देखकर तो कतई यह नहीं कहा जा सकता है कि ये एक किलोमीटर दौड़ नहीं सकते। लेकिन, टेस्ट की बारी आई तो करीब एक चौथाई लोग या तो बाहर हो गए या फिर उन्होंने मैदान छोड़ देने में ही भलाई समझी। वह भी तब जबकि उन्हें यह डिस्टेंस पूरी करने के लिए इंटरनेशन और नेशनल रिकॉर्ड टाइक का करीब दुगुना टाइम दिया गया था। दूसरी तरफ हैं ग‌र्ल्स जिन्होंने आरआरसी के फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट के दौरान साबित कर दिया कि वह मेंटली ही नहीं फिजिकली भी पुरुषों से ज्यादा फिट और फाइन हैं। 94 परसेंट की मौजूदगी और टाइम लिमिट में हंड्रेड परसेंट का दूरी पूरी कर लेना, इसकी गवाही देता है।

94 में 90 पहुंची दौड़ लगाने

आरआरसी का रिटेन एग्जाम पास करने के बाद सलेक्ट कैंडिडेट्स फिजिकल एफीसिएंसी टेस्ट का लास्ट डे शनिवार को था। अंतिम दिन 910 कैंडिडेट्स को बुलाया गया था। इसमें 94 ग‌र्ल्स कैंडिडेट्स थीं। इसमें से 90 ग‌र्ल्स कैंडिडेट्स ने दौड़ में हिस्सा लिया। ब्वायज कैंडिडेट्स में 76 ऐसे थे जो 4.15 मिनट में एक किलोमीटर की दौड़ लगा पाने में विफल रहे। दूसरी तरफ ग‌र्ल्स कैंडीडेट्स थी। जिन्होंने न सिर्फ सब के सब ने दूरी बल्कि की बल्कि टाइम चैलेंज को भी सक्सेजफुली एचीव किया।

घट रहा है ब्वायज का फिटनेस लेवल

बता दें कि 1000 मीटर रेस का इंटरनेशल रिकॉर्ड 2.11 मिनट है। नेशनल रिकॉर्ड 2.26 मिनट है। आरआरसी के फिजिकल एफीसिएंसी टेस्ट में एक किलोमीटर की दौड़ के लिए कैंडीडेट्स को 4.15 मिनट का टाइम दिया गया था। इसके बाद भी दौड़ में शामिल युवक हांफने लग रहे थे। जो युवाओं के फिटनेस पर सवाल उठा रहे थे।

मेरिट के आधार पर होगा सलेक्शन

फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट पूरा होने के बाद अब मेरिट की बारी है। आरआरसी के ग्रुप डी पद पर भर्ती के लिए जिन कैंडिडेट्स का सलेक्शन हुआ था रिटेन एग्जाम और पीईटी के बाद अब उनका मेरिट तैयार किया जाएगा। मेरिट के आधार पर पीईटी क्वालीफाई कर चुके 4104 कैंडिडेट्स में से 2200 पदों पर भर्ती की जाएगी।

Fact File

बुलाए गए भ्ख्0ब्

शामिल हुए ब्7क्9

अब्सेंट रहे ब्8भ्

क्वालीफाई हुए ब्क्0ब्

डिस्क्वालीफाई हुए म्क्भ्

ग‌र्ल्स कैंडीडेट्स 9ब्

पहुंची 90

दूरी पूरी की क्00 परसेंट ने

फिजिकल फिटनेस की कमी है कारण

चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। आशुतोष गुप्ता कहते हैं कि चार या पांच दिन की प्रेक्टिस में आप बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकते। इसके लिए रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है। वैसे देखने में आ रहा है कि यंगस्टर्स प्रॉपर डाइट लेने के बजाय फास्ट फूड पर ज्यादा निर्भर हैं। बड़ा कारण स्मोकिंग भी है। इससे लंग्स और हार्ट कमजोर हो जाते हैं। जरा सी मेहनत करते ही बॉडी आपका साथ नहीं देती।

Posted By: Inextlive