छह महीने तक चली तलाश के बावजूद गिरफ्तारी में नाकाम रही करेली पुलिस अली अहमद से कोई राज उगलवा पाने में भी असफल ही रही. नैनी सेंट्रल जेल से कोर्ट के आदेश पर रविवार सुबह पुलिस द्वारा उसे कस्टडी रिमांड पर लिया गया था. बारह घंटे का वक्त बीत गया और पुलिस के हर सवाल पर अली का उत्तर खामोशी और न में ही रहा. अली से पुलिस द्वारा उसके खिलाफ दर्ज मुकदमें से सम्बंधित कई सवाल किए गए. पूछताछ में पुलिस के पास कुछ भी ऐसा नहीं जिसे वह लोगों को बता सके.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। अली अहमद को नैनी जेल से कस्टडी रिमांड पर लेने रविवार सुबह नौ बजे ही करेली पुलिस पहुंच गई। 10 बजे लिखापढ़ी के बाद कस्टडी रिमांड पर ले लिया। दोपहर में उसे करेली थाने लाया गया। यहां पूछताछ शुरू हुई। सूत्रों के अनुसार उससे पूछा गया कि प्रापर्टी डीलर जीशान की जमीन को हथियाने में कौन-कौन साथ में थे? अली बोला वह नहीं था। जीशान से फोन पर पिता माफिया अतीक अहमद से बात कराई थी? जवाब मिला नहीं। फिर किससे बात कराई थी? जवाब मिला किसी से नहीं, क्योंकि वह वहां नहीं था। पांच करोड़ की रंगदारी क्यों मांगी थी? जवाब मिला कोई रंगदारी नहीं मांगी। घटना के समय जिस पिस्टल से फायङ्क्षरग की थी, वह कहां है, इस पर अली खामोश हो गया। कई बार उससे यही सवाल पूछा गया, लेकिन वह चुप ही रहा। एसपी सिटी दिनेश ङ्क्षसह का कहना है कि अली अहमद से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है। उस पिस्टल के बारे में भी जानकारी ली जा रही है, जिसका उपयोग किया गया था। अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के खिलाफ जीशान के द्वारा 31 दिसंबर को करेली थाने में पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जीशान ने आरोप लगाया था कि रंगदारी के लिए अली ने फोन पर गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद से बात कराई थी। अली की गिरफ्तारी न होने पर उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ भी उसकी तलाश में लगी थी, लेकिन सभी की नजर बचाते हुए अली अहमद ने 30 जुलाई को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। मामले के विवेचक प्रभारी निरीक्षक करेली अरङ्क्षवद कुमार गौतम ने अदालत में अली की कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दी थी, जिस पर शनिवार को अर्जी को स्वीकार करते हुए 24 घंटे के लिए अली को पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने का आदेश दिया गया गया।

पूछताछ में अली द्वारा कोई बात नहीं बताई गई। ज्यादातर सवालों पर वह खामोश रहा। कुछ सवालों के जवाब इंकार में ही था।अरविंद कुमार गौतम, थाना प्रभारी करेली

Posted By: Inextlive