बदला लेने के लिए शैलेन्द्र पटेल ने दी थी हत्या की सुपारी

PRAYAGRAJ: घूरपुर एरिया के बगबना गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर पीयूष शुक्ला की छह जुलाई को हत्या सुपारी किलर दोस्तों ने ही की थी। बदले की आग में झुलस रहे शैलेंद्र पटेल ने तीन लाख रुपए में ठेका दिया था, क्योंकि वह शैलेंद्र पर एक दफा फायरिंग कर चुका था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शूटर ने इस बात का खुलासा किया।

छह जुलाई को हुई थी घटना

पिछले वर्ष 28 फरवरी को घूरपुर के बादलगंज निवासी शैलेंद्र पटेल पुत्र रामराज पटेल पर पीयूष ने तमंचा से हमला कर दिया। इस हमले में शैलेंद्र बच गया था। एसपी यमुनापार दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि इस घटना के बाद शैलेंद्र पीयूष से रंजिश रखने लगा। वह पीयूष को हमेशा के लिए हटाने की जुगत खोजने में जुटा था। इस बीच पीयूष पूर्व सांसद श्यामाचरण के नाती सचिन पर फायरिंग के आरोप में जेल चला गया। इस पर शैलेंद्र को मौका मिल गया। हिस्ट्रीशीटर पीयूष जेल से छूट कर आया तो अपने दोस्तों के पास पहुंचा। इस बात की खबर मिलने पर शैलेंद्र ने पीयूष के दोस्त दुर्गेश सिंह पुत्र स्व। रत्‍‌नाकर उर्फ झल्लर निवासी चम्पतपुर थाना घूरपुर से संपर्क किया। पीयूष ग्रुप का डॉन बनना चाहता था लिहाजा दोस्त भी खारखाए हुए थे। शैलेंद्र के कहने पर दुर्गेश ने तीन लाख रुपए में पीयूष के कत्ल का ठेका ले लिया। पकड़े गए दुर्गेश ने पुलिस को बताया कि सुपारी लेने के बाद वह दो दोस्त गुड्डू पुत्र स्व। राम खेलावन निवासी सारंगापुर व सेमरा कल्वना के हिमांशु जायसवाल पुत्र गणेश को अपने साथ लिया। इसके बाद छह जुलाई को कुंवर बहादुर ईट भट्ठे के पास बुलाकर दुर्गेश, गुड्डू और हिमांशु ने पीयूष की हत्या कर दी। घटना में घूरपुर पुलिस ने आरोपित दुर्गेश को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी के साथी शैलेंद्र पटेल, गुड्डू व हिमांशु अब भी फरार हैं। इनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

Posted By: Inextlive