कोरोना महामारी का एक बार फिर से खतरा मंडराने लगा है. नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है. ऐसे में सरकार व प्रशासनिक मशीनरी लोगों से अपील कर रही है कि वह कोविड नियमों का पालन करें. रेलवे ने भी कोविड नियमों को लेकर सख्ती बढ़ा दी है. रेलवे स्टेशनों पर एंटीजन और आरटी-पीसीआर टेस्टिंग शुरू कर दी गई है. आने-जाने वालों हर एक यात्री की जांच की जा रही है. शुक्रवार को दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में पाया गया कि रेलवे भले ही अलर्ट मोड पर है. मगर संक्रमण मंडरा रहा है और यात्री बेपरवाह होकर बिना मास्क सफर कर रहे हैं. दस प्रतिशत से भी कम लोग मास्क लगा रहे हैं. फ्री में मिलने वाला सैनिटाइजर तक यूज नहीं कर रहे हैं. ऐसे में यह साफ है कि यात्रियों की लापरवाही दूसरे को भी खतरे में डाल सकती है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। ओमिक्रॉन को देखते हुए रेलवे ने स्टेशनों पर टिकट चेकिंग और कोरोना टेस्टिंग का अभियान फिर से तेज कर दिया है। एक तरफ जहां ट्रेनों में अवैध यात्रा रोकने के लिए जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अलग-अलग राज्यों से प्रयागराज आ रहे यात्रियों की टेस्टिंग भी तेज कर दी गई है। सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी होने के बाद रेलवे ने यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं हर एक यात्री की टेस्टिंग के साथ ही पूरा डिटेल्स नोट किया जा रहा है। यात्री का नाम-पता और मोबाइल तक नोट किया जा रहा है। सरकार के नए नियम के मुताबिक पूर्ण टीकाकरण कराने वाले लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति है। फिलहाल ये अभी रेलवे में इसका पालन नहïीं हïो रहा है। जबकि एयरपोर्ट पर इसको लेकर सख्ती है। स्क्रीनिंग मशीन बता रही लापरवाही


प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक साइड ऑटोमेटिक स्कैनर के साथ सैनिटाइजेशन मशीन लगाई गई है। ऑटोमेटिक स्कैनर मशीन बिना मास्क व फीवर वाले यात्रियों को डिटेक्ट कर बताता है। आखिर कितने लोग बिना मास्क प्रवेश कर रहे है और कितने लोगों को फीवर है। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर करीब दो बजे स्टेशन पर पहुंचा तो ऑटोमेटिक स्कैनर मशीन के स्क्रीन पर टोटल 15765 आना दिखा रहा था। जिसमें से बिना मास्क 14605 शो कर रहा था। मात्र 1160 लोग ऐसे थे। जो मास्क लगाकर प्रवेश किये थे। वहीं बगल में लगे सैनिटाइजेशन मशीन में 5381 संख्या शो कर रही थी। जिन्होंने हाथों का सैनिटाइज किये है। अब ऐसे में कहा जा सकता है कि मात्र दस प्रतिशत लोग भी मास्क नहीं पहन रहे है और चालीस प्रतिशत लोग भी हाथों को सैनिटाइज नहीं कर रहे हैं। जबकि ये सुविधा रेलवे की तरह से फ्री है।

ट्रेन आने से पहले एलर्ट हो जाता है दस्ताप्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नौ और दस नंबर पर दोपहर दो बजे एक ट्रेन पहुंचने वाली थी। इसकी सूचना मिलते ही स्वस्थ्य विभाग का दस्ता सीढ़ी से उतरने वाले जगह पर बेंच लगाकर बैठ गए। आने व जाने वाले प्रत्येक के यात्री का एंटीजन जांच कर एक फार्म भरा जा रहा था। जिसमें यात्री का आधार नंबर से लेकर मोबाइल नंबर नाम-पता व इससे पहले कहां-कहां से सफर कर आ रहे हैं। इन सभी का डिटेल नोट किया जा रहा था।


प्रयागराज जंक्शन पर करीब चार टीम जांच कर रही थी। इन टीमों के साथ एक स्टाफ रेलवे का भी नियुक्त किया गया है। जो सफर करने वाले यात्रियों से दोनों डोज लगाने के बारे में भी पूछ रहे थे। जिन्होंने सिर्फ एक डोज लगा रखे थे। उनको दूसरी डोज लगवाने हेतु प्रेरित किया जा रहा था। वहीं जिन्होंने एक भी डोज नहीं लगवाई थी। उन्होंने यात्री न करने की अपील कर रही थी। एलर्ट मोड में रेलवेदक्षिण और पश्चिम के राज्यों से आने वालों पर विशेष नजर रेलवे यात्रियों से कर रहा सर्दी-खांसी-बुखार होने पर सफर न करने की अपीलहर एक प्लेटफार्म पर लगे लाउड स्पीकर से कोविड-19 नियमों का पालन हेतु किया जा रहा जागरूक - यात्री ही नहीं रेल प्रशासन के अफसर से लेकर कर्मचारी तक लापरवाही बरते मिले

Posted By: Inextlive