श्री कटरा रामलीला कमेटी प्रयागराज में लंका दहन का हुआ शानदार मंचन

श्री कटरा रामलीला कमेटी प्रयागराज में शनिवार को लंका दहन से लेकर अंगद के रावण दरबार में शांति दूत के रूप में जाने का मंचन हुआ। इस दौरान मौजूद दर्शकों ने श्री राम के जयकारे लगाये। इससे पूर्व समपूर्ण रामायण की राम कथा का प्रारंभ चीफ गेस्ट सिविल लाइन राम दल के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद चन्द्र दुबे, गोपाल बाबु जायसवाल, महेश चन्द्र गुप्ता ने श्री रामायण जी की आरती से किया।

लंका पहुंची श्री राम के सेना

माता सीता का पता लगाने के लिए हनुमान जी को लंका भेजने का निर्णय लिया गया परन्तु हनुमान जी ने कहा प्रभु समुद्र लांघ कर जाना बहुत कठिन है हनुमान जी को उनकी शक्ति व बल याद दिलाते हुए 'कुछ याद करो अपना पवनसुत हो बालपन गाना' होता है हनुमान जी को अपने बल व शक्ति के बारे में याद आ जाता है। हनुमान जी समुद्र लांघ कर लंका पहुंचे कर माता सीता का पता कर लेते हैं ओर रावण के दरबार में पहुंच कर रावण को समझाते हुए माता सीता को सा सम्मान श्रीराम के पहुंचाने के लिए आग्रह करते है परन्तु रावण युद्ध के लिए ललकारता है इसी के साथ हनुमान जी की पूछ में आग लगवा देता है हनुमान जी पूरी सोने की लंका जला देते हैं और माता सीता से मिलकर प्रभु श्रीराम से पूरी दस्तान बताते हैं। इसके बाद समुद्र किनारे विशाल सेना श्री राम का नाम लेकर समुद्र में पुल बनातीं है। इसके बाद राम की सेना लंका पहुंच जाती है। लंका में अंगद को शांति दुत बना कर रावण को समझाने के लिए भेजा जाता है

नहीं निकला भव्य राम दल

श्री कटरा राम लीला कमेटी प्रयागराज का भव्य राम दल नहीं निकाला जा सका प्रतिकात्मक पूजन आरती भगवान श्री राम लक्ष्मण माता सीता, भरत, शत्रुघ्न हनुमान जी की आरती पूजन कमेटी के विनोद केसरवानी, अश्वनी केसरवानी सुजीत तिवारी, शेलेन्द्र गोस्वामी ने किया। तत्पश्चात मुनि भारद्वाज आश्रम में हि ढोल नगाड़े के बीच महाष्टमी पर निकलने वाली राम दल को महामंत्री गोपाल बाबु जायसवाल ने समाप्त कर दिया

Posted By: Inextlive