सरकारी और प्राइवेट ब्लड बैंक में क्राइसिस, लगी है लंबी लाइन

बड़ी संख्या में पहुंच रहे मरीज, प्रमुख सचिव की नाराजगी का भी असर नहीं

ALLAHABAD: डेंगू के सीजन में प्लेटलेट्स के लिए मारामारी मची है। रोज नए मरीज सामने आने से शहर के सरकारी और प्राइवेट ब्लड बैंक डिमांड पूरा करने में अक्षम साबित हो रहे हैं। सुबह से शाम तक लंबी लाइन लगाने के बावजूद लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। सीमित संसाधनों पर आश्रित स्वास्थ्य विभाग भी इस चुनौती के आगे हार मान चुका है। हालात ये हैं कि मरीजों के इलाज के लिए परिजनों को आसपास के शहरों से प्लेटलेट्स मंगवानी पड़ रही है।

दोगुनी है मांग, कैसे हो सप्लाई

अकेला एएमए ब्लड बैंक इस समय रोजाना सौ से सवा सौ यूनिट प्लेटलेट्स तैयार कर रहा है। लेकिन, डिमांड दोगुनी है। इसी तरह बेली और कॉल्विन हॉस्पिटल में प्रतिदिन चालीस-चालीस यूनिट प्लेटलेट्स तैयार की जा रही है। यह भी डिमांड के आगे नाकाफी साबित हो रही हैं। बेली हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। वीके सिंह कहते हैं कि हमारे यहां डेंगू के पांच मरीज भर्ती हैं और उनकी डिमांड पूरी होने के बाद बाहर के लोगों को प्लेटलेट्स दी जाती है। कॉल्विन सीएमएस डॉ। एके सिंह के मुताबिक जितनी भी प्लेटलेट्स तैयार होती है, वह तत्काल परिजनों को दे दी जाती है।

फटकार का भी असर नहीं

हाल ही में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अनूप सिन्हा ने स्वास्थ्य विभाग को प्लेटलेट्स की कमी पूरा करने की हिदायत दी थी, लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है। अभी भी मरीज और उनके परिजन एएमए ब्लड बैंक पर ही आश्रित हैं। कई मरीज ऐसे हैं जिन्हें आनन-फानन में आसपास के शहरों का रुख करना पड़ा है। हालांकि, इस मामले में हॉस्पिटल्स का कहना है कि प्लेटलेट्स तैयार करने के लिए ब्लड की जरूरत होती है। अगर लोग ब्लड डोनेशन नही करेंगे तो प्लेटलेट्स की डिमांड पूरी करनी मुश्किल होगी।

इनको समझाना मुश्किल

फिजीशियन डॉ। ओपी त्रिपाठी का कहना है कि बीस हजार काउंट से कम होने पर ही प्लेटलेट्स चढ़वानी चाहिए। जबरन प्लेटलेट्स चढ़वाने से बॉडी पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। एएमए ब्लड बैंक के कर्मचारी बताते हैं कि जिन लोगों की प्लेटलेट्स काउंट रिपोर्ट पचास से साठ हजार होती है उन्हें बाद में आने को कह दिया जाता है। जिनकी बीस हजार से कम है, उन्हें प्रॉयरिटी पर प्लेटलेट्स उपलब्ध कराई जा रही हैं। उधर, शहर के कई प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी इस होड़ में शामिल होते नजर आ रहे हैं। डेंगू के नाम पर कमाई में लगे इन हॉस्पिटल्स की मनमानी के चलते बेवजह प्लेटलेट्स की डिमांड बढ़ रही है। जिन पर लगाम लगाने में स्वास्थ्य विभाग कोई खास रुचि लेता दिख नहीं रहा है।

डेंगू के सात नए मरीज मिले

शनिवार को एमएलएन मेडिकल कॉलेज की लैब में कुल 31 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें से सात मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। इस प्रकार अब तक जांच में कुल तीस मरीज सामने आ चुके हैं। जिला संक्रामक रोग अधिकारी डॉ। एएन मिश्रा ने बताया कि सात में से एक मरीज इलाहाबाद का है। बहादुरगंज के 28 वर्षीय अभय गुप्ता का इलाज शहर के एक निजी हॉस्पिटल में चल रहा है। छह अन्य मरीज बाहर से आए हैं, इनमें गुडगांव से आए अंकित, लखनऊ से आए अभिषेक, मुंबई से आए रामचंद्र व मो। अदन, कानपुर से आई सुधा शर्मा और दिल्ली से आकर शुभम इलाज करा रहे हैं।

Posted By: Inextlive