बच्चों की फीस न भर पाने व कर्ज के चलते कर लिया सुसाइड

कई दिनों से पैसे के लिए लगा रहा था बैंक का चक्कर, नहीं मिला पैसा

ALLAHABAD: सरकार का नोट बंदी का फैसला पूरे देश में गरीबों की जान ले रहा है। इस दुखद स्थिति से इलाहाबाद भी अछूता नहीं रहा। नोटबंदी ने गरीब पिता का गला घोंट दिया। बच्चों की फीस भरने व कर्जदारों का पैसा लौटाने के लिए परेशान युवक ने बैंक का लगातार चक्कर लगाने के बाद भी पैसा न मिला तो सुसाइड कर लिया। मामला करेली थाना क्षेत्र का है।

ई-रिक्शा चलाता था

करैली थाना क्षेत्र के रसूल मार्केट का मो। मतीन अहमद अंसारी ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करता था। काफी समय से परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। वह काफी दिनों से परेशान भी चल रहा था। घर की कई समस्याओं से घिरा होने के कारण उसने शुक्रवार को घर के कमरे में लोहे की राड के सहारे फांसी पर झूल मौत को गले लगा लिया। घर के बार ई-रिक्शा खड़ा देख, बेटे मोइन ने ऊपर जाकर कमरे का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा अंदर से बंद था, लेकिन काफी आवाज देने के बाद भी नहीं खुला तो उसने मां को बताया।

कमरे में फांसी पर झूला

आसपास के लोग भी जमा हो गए। लोगों ने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला, तो देखा कि मो। मतीन फांसी पर झूल रहा था। लोगों ने तत्काल पुलिस को खबर दी। मौके पर पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। मतीन की पत्‍‌नी ने पुलिस को बताया कि पति पिछले दो तीन दिन से बैंक से पैसे निकाले के लिए चक्कर काट रहा था। पैसे न होने के कारण बच्चे के स्कूल की फीस नहीं दे पा रहा था। कर्जदारों ने भी परेशान कर रखा था। शायद इस बात से परेशान होकर मतीन ने यह कदम उठाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा, लेकिन परिवार वाले इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया और लौट गयी।

Posted By: Inextlive