- शिक्षक पात्रता परीक्षा में गिरफ्तार कई साल्वर थे मात्र इंटर पास - सभी को खुल्दाबाद पुलिस द्वारा भेजा गया जेल लगाई गई धाराओं में दस वर्ष तक के सजा का है प्रावधान शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी में पकड़े गए 13 साल्वरों में इंटर पास भी शामिल हैं. कुछ ही ऐसे मिले जिन्होंने बीए तक की पढ़ाई की थी. इन सभी के पास कॅरियर बनाने का मौका था. चंद रुपयों की लालच में वह अपने कॅरियर को दांव पर लगा दिए. खुद के कॅरियर की परवाह नहीं करने वाले यह साल्वर अभ्यर्थियों के भविष्य को संवारने का ठेका ले बैठे थे. पुलिस को बीटीसी एलकेजी यूकेजी का फुल फार्म तक नहीं बता पाने वाले यह शातिर टीईटी की परीक्षा पास कराने का ठेका लेकर आए थे. खैर गिरफ्तारी के दूसरे दिन सोमवार को पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है. सभी के खिलाफ धोखाधड़ी कूट रचना करने जैसे कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इनमें कई ऐसे धाराएं हैं जिसमें दस वर्ष तक की सजा का प्रावधान है. मतलब यह कि कोर्ट इन सभी को दस साल तक की सजा सुना सकता है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। टीईटी में रविवार को एसओजी और खुल्दाबाद पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशन के पास से साल्वर गुलशन कुमार निवासी देवंधा ओडैया गोड्डा झारखंड, पवन कुमार यादव निवासी देवंधा ओडैया गोड्डा झारखंड, अभिनव सिन्हा निवासी घोसी जहानाबाद बिहार, मनीष कुमार यादव निवासी नया गांव बौसी बांका बिहार, शुभम कुमार निवासी देवंधा ओडैया गोड्डा झारखंड, विभूति प्रसाद निवासी नया गांव बौसी बांका बिहार, राणा रंजन रवि निवासी कढैया शोरबाजार सहरसा बिहार, रंजन कुमार निवासी अमरपुर बांका बिहार, राहुल यादव, निवासी मंशा सोहवल गाजीपुर यूपी (गोरखपुर में लेखपाल), राधेश्याम वर्मा निवासी बेलहरा बहरियाबाद गाजीपुर (गोरखपुर में लेखपाल), कमलेश मौर्या निवासी भेड़ा लालगंज मीरजापुर (मेजा में लेखपाल), सर्वेश कुमार भट्ट, निवासी रुद्रपुर खजनी गोरखपुर (लेखपाल का ड्राइवर), युगल किशोर भगत, निवासी देवंधा ओडैया गोड्डा झारखंड, विजय बहादुर सरोज, निवासी मीठीपारा सिकरारा जौनपुर गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में गुलशन कुमार, पवन कुमार यादव, अभिनव सिन्हा, मनीष कुमार यादव, शुभम कुमार, विभूति प्रसाद ने बताया कि वह इंटर पास हैं। इस दौरान यह भी पता चला कि एक लेखपाल भी इंटर तक ही पढ़ा है। शेष सभी खुद को बीए पास बताए। पुलिस के मुताबिक जब इनसे बीटीसी, डीएएल, एलकेजी, यूकेजी जैसी कक्षाओं का फुल पूछा गया तो कोई नहीं बता सका। कई ऐसे साल्वर भी रहे जिन्हें देश के प्रधानमंत्री का पूरा नाम तक नहीं मालूम रहा। फिर भी वह टीईटी परीक्षा के अभ्यर्थियों की जगह पेपर देकर उन्हें पास कराने के लिए रुपये एंठ लिए थे। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में सामने आई बातों से यह मालूम होता है कि सभी साल्वर कम ठगी करने वाले ज्यादा लग रहे थे।गिरफ्तार किए गए सभी साल्वरों को जेल भेज गया है। पूछताछ में यह पता चला कि कई साल्वर महज इंटर ही पास थे। कुछ ही ऐसे रहे जिन्होंने खुद को ग्रेजुएट बताया था। किए गए सवालों से मिले जवाब से ऐसा लग रहा था कि वह ठग ज्यादा साल्वर कम थे।अरविन्द कुमार गौतम, प्रभारी निरीक्षक खुल्दाबाद

Posted By: Inextlive