राजरूपपुर, लुकरगंज से सिविल लाइंस की ओर आना नहीं है आसान

ALLAHABAD: सीवर लाइन बिछाने के लिए हो रही खुदाई से न सिर्फ पुराने शहर बल्कि लूकरगंज से लेकर बेनीगंज व राजरूपपुर एरिया के लोग भी परेशान हैं। मेन रोड पर जब ट्रैफिक लोड से लंबा जाम लगा रहता है, तो लोगों को शार्ट कट रास्ता ही दिखता है, लेकिन यहां तो शार्ट कट रास्तों को भी बंद कर दिया गया है। इससे लोगों को मजबूरी में जाम में फंसना पड़ रहा है। राजरूपपुर और लूकरगंज एरिया का यही हाल है।

स्कूल और ऑफिस टाईम की भीड़

लूकरगंज, राजरूपपुर, बेनीगंज से लेकर चकिया होते हुए झलवा तक बड़ी संख्या में नौकरी पेशा लोग रहते हैं। इनमें प्राइवेट और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। पर डे स्कूल टाईम और फिर ऑफिस टाईम में एक साथ लोगों की भारी भीड़ निकलती है। हर किसी को ऑफिस पहुंचने की जल्दी रहती है। ऐसे में इस एरिया में पर डे जाम लगता है। इसकी वजह से लोग शार्ट कट रास्तों को अपनाते हैं, लेकिन शार्ट कट रास्ते तो इन दिनों खुदे पड़े हैं।

खुदी पड़ी है BOB वाली गली

राजरूपपुर में रहने वाले लोग मेन रोड का लंबा राउण्ड लगाकर निकलने की बजाय बैंक ऑफ बड़ौदा वाली गली से निकलना ज्यादा बेहतर समझते हैं। इसीलिए इस गली में जबर्दस्त ट्रैफिक रहता है, लेकिन पिछले कई दिनों से इस गली में खुदाई का काम चल रहा है। इसकी वजह से लोगों को लंबा चक्कर काट कर निकलना पड़ रहा है।

लूकरगंज और बेनीगंज भी डिस्टर्ब

राजरूपपुर, बेनीगंज, चकिया से निकल कर जब लोग मेन रोड पर आते हैं तो फिर सिविल लाइंस की ओर आने के लिए लूकरगंज पुलिस चौकी और बेनीगंज पुलिस चौकी के पास वाले शार्टकट रास्तों को पकड़ना ज्यादा बेहतर समझते हैं। लेकिन इन दोनों शार्टकट रास्तों को बंद कर दिया गया है। इसलिए जाम में फंसना पड़ रहा है।

खुल्दाबाद की गलियां भी हैं शिकार

मेन रास्तों को छोड़ कर अगर गलियों की बात की जाए तो खुल्दाबाद की एक नहीं बल्कि कई गलियां खुदाई की शिकार हैं। जहां बुधवार को भी काम जारी था और गुरुवार को भी खुदाई होती रही।

एक बात समझ में नहीं आती है कि ये आए दिन खुदाई किसलिए होती है। एक बार में ही सड़क को खोद कर सब कुछ फीट क्यों नहीं किया जाता है।

हीरालाल, बेनीगंज

राजरूपपुर से सिविल लाइंस आने में वैसे तो 15 मिनट से अधिक नहीं लगना चाहिए, लेकिन स्थिति ये है कि आधे घंटे तो क्या कभी-कभी तो एक से डेढ़ घंटे भी लग जाता है, क्योंकि जाम में फंसना तय है। जाम का सबसे बड़ा कारण आए दिन हो रही खुदाई है।

सौरभ

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों से बार-बार यही कहा जाता है कि प्लानिंग के साथ किसी काम को कराया जाए। अगर एक जगह काम चल रहा है तो फिर दूसरे रास्ते को डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए। लेकिन यहां एक साथ पूरे एरिया को डिस्टर्ब कर दिया जाता है।

चंद्रभूषण सिंह, पार्षद

Posted By: Inextlive