रोजाना संगम तट पर जुट रहे हजारों लोग

विदेशी सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र

ALLAHABAD: यूपी में ठंड ने जोरदार तरीके से दस्तक दे दी है। हल्की फुहारों और सर्द हवाओं ने जाड़े का एहसास कराया तो मौसम को भी सुहाना बना दिया है। इस बीच गंगा की हिलोरों पर साइबेरियन बर्ड्स की अठखेलियां लोगों को खूब लुभा रही हैं। जिसे देखने के लिए दूर दूर से सैलानी पहुंच रहे हैं। एक तरफ जहां ये पंक्षी आकर्षण का केंद्र बने हैं वहीं दूसरी ओर अपनी खूबसूरती से संगम की शोभा भी बढ़ा रहे हैं।

मेहमान नवाजी में कोई कसर नहीं

गौरतलब है कि ठंड के दिनो में साइबेरियन बर्ड्स संगम नगरी पहुंचने लगते हैं। कहा जाता है कि इनके आने से पता चलता है कि मौसम तेजी से करवट बदल रहा है। माघ मेले के अवसर पर संगम तीरे पहुंचने वाले लोग घंटों तक घाट पर बैठकर गंगा की गोद में इठलाते इन विदेशी पंक्षियों को निहारते रहते हैं। इतना ही नहीं लोग इनकी मेहमान नवाजी में कोई कसर भी नहीं छोड़ते। कोई इन्हें बेसन से बनी सेव तो कोई पपड़ी आदि खिलाते देखा जा सकता है। जिसे ये पक्षी बड़े चांव से खाते हैं।

नाविकों की होती है भरपूर कमाई

नाव चलाने वाले मल्लाह बताते हैं कि साइबेरियन बर्ड्स को देखने विदेशी सैलानी भी आते हैं। वो नाव पर बैठकर नदी की सैर करते हैं और पक्षियों को चारा भी खिलाते हैं। ऐसे में घाट पर दाना बेचने वाले, चाय पान की दुकान लगाने वालों की भी अच्छी खासी कमाई हो जाती है। यहां सुबह से शाम तक टूरिस्टों की भीड़ रहती है। शाम ढलते ढलते यहां का नजारा और भी रुमानियत भरा होता है।

आशियाने की तलाश में आते हैं विदेशी पंक्षी

हर साल सर्दियों में हजारों मील का सफर तय कर साइबेरियन बर्ड्स नए आशियाने की तलाश में इंडिया की ओर रुख करते हैं। ये ठंडी जगहों पर रहना पसंद करते हैं। इस बावत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में जुलोजी डिपार्टमेंट की एक्स। एचओडी प्रोफेसर प्रतिमा गौड़ बताती हैं कि करेंट में साइबेरिया का टेम्परेचर इतना लो हो जाता है कि वहां भारी बर्फबारी से सबकुछ ढक चुका होता है। टेम्परेचर इस हद तक गिरता है कि पानी तक जम जाता है। जिससे इन पंक्षियों को खुद के रहने के लिए सर्द मौसम में इंडिया आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इनका भोजन कीड़े मकौड़े, मछलियां व कोई सामान्य सी चीज होती है।

Posted By: Inextlive