-कॉल आने पर जांच कराने वाले चकराए, एसआरएल लैब पर भी सवाल

कोरोना जांच की रिपोर्ट में लापरवाही सिर्फ सरकारी लैब में ही नहीं बल्कि प्राइवेट लैब में भी हो रही है। मंगलवार को ऐसी ही लापरवाही सामने आई। जिन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव थी उन्हें पोर्टल पर पॉजिटिव बता दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों को कॉल किए जाने पर हकीकत सामने आई। जांच में पता चला कि रिपोर्ट निगेटिव ही थी, पोर्टल पर गलती से पॉजीटिव दर्शा दिया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से इस मामले एसआरएल लैब को नोटिस दिया गया है।

शांतिपुरम के अनिल कुमार, नैनी की निशा मदान, हंडिया की पूनम यादव, प्रतापगढ़ की रूपा देवी, फूलपुर की शीला देवी व पूरब नारा के श्यामनरायन ने मंगलवार को एसआरएल लैब में अपनी कोरोना जांच कराई। सभी निगेटिव थे और रिपोर्ट लेकर घर लौट गए। शाम को जब स्वास्थ्य विभाग की सíवलांस टीम ने पोर्टल पर इनके नामों के साथ पॉजिटिव लिखा देखा तो काल की गई। सभी ने एक ही जवाब दिया कि मैं तो निगेटिव हूं, मुझे अस्पताल क्यों ले जाएंगे? छानबीन हुई तो हकीकत सामने आई। कोविड-19 के नोडल व जिला सíवलांस अधिकारी डॉ। ऋषि सहाय के अनुसार लैब में लापरवाही से यह स्थिति बनी। लैब संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी की जा रही है कि क्यों न उनके लैब को सील कर दिया जाए। इस संबंध में एसआरएल लैब के प्रभारी ने न तो कॉल रिसीव की,न ही मैसेज का कोई जवाब दिया।

Posted By: Inextlive