-पूर्व में भी तीन बार जारी हो चुके हैं स्केच लेकिन हाथ नहीं आए आरोपी

-आईटीबीपी जवानों की हत्या, डकैती और लूट के मामले में भी बनवाए गए थे स्केच

ALLAHABAD: एक और लुटेरे का स्केच आपके सामने है। सीमेंट के बड़े कारोबारी रामविशाल सिंह के कैशियर फूलचंद्र के बताए हुलिए के आधार पर पुलिस ने लोकल आर्टिस्ट से इसे तैयार करवाया है। फूलचंद्र से इसी बदमाश ने 26 जून को तीन लाख रुपये तमंचे के बल पर लूट लिए थे। स्केच कितना कामयाब होगा, यह तो वक्त बताएगा लेकिन स्केच के मामले में अब तक का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। पुलिस आईटीबीपी जवानों के मर्डर, एचडीएफसी बैंक एटीएम में दो गार्ड के मर्डर के बाद लूट और डी-दमास शोरूम में डकैती डालकर हत्या करने वालों के स्केच जारी कर चुकी है। पहले के मामलों के रिजल्ट जीरो रहे हैं। इससे सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस बार स्केच से पुलिस कोई तीर मार पाएगी।

केस-1

आईटीबीपी के दो कांस्टेबल्स की हत्या

आठ सितंबर 2013 को रेड लाइट एरिया मीरगंज में आईटीबीपी 18वीं बटालियन के कांस्टेबल लालमणि और अनूप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लालमणि झारखंड और अनूप उत्तराखंड का रहने वाला था। दोनों जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मुख्य आरोपी फैसल को पुलिस ने तीन दिन बाद अरेस्ट कर लिया था, लेकिन घटना की सूत्रधार मुस्कान हाथ नहीं आई थी। बताया गया कि मुस्कान के कहने पर ही फैसल रेड लाइट एरिया में पहुंचा था और गोली चलाई थी। पुलिस ने रेड लाइट एरिया के कई लोगों से मिले हुलिए के आधार पर मुस्कान का स्केच जारी किया था। घटना को दो साल बीतने को हैं, लेकिन मुस्कान का कोई सुराग नहीं मिला। हालांकि, कभी उसके नेपाल में तो कभी गोरखपुर में होने की अफवाह जरूर उड़ती रहती है।

केस-2

एटीएम गार्ड हत्या और लूटकांड

14 अक्टूबर 2011 को ममफोर्डगंज में एचडीएफसी बैंक के एटीएम में रुपये पहुंचाने आए सिक्योरिटी गार्ड भागीरथी तिवारी और सत्य प्रकाश दुबे को गोली मारकर बाइक सवार बदमाशों ने 44 लाख रुपए लूट ले गए थे। दोनों गा‌र्ड्स की मौत हो गई थी। हमले में कस्टोडियन हेड मुकेश भी जख्मी हो गया था। मुकेश और ड्राइवर रूपेंद्र से मिले हुलिए के आधार पर पुलिस ने दो बदमाशों के स्कैच जारी किए थे। स्केच आगरा के एक्सपर्ट से बनवाए गए थे लेकिन रिजल्ट रहा जीरो।

केस-3

डायमंड शोरूम की हत्या व डकैती

12 जनवरी 2011 को सिविल लाइंस में बिग बाजार के पीछे डायमंड शोरूम के मालिक धु्रव लाल अग्रवाल की गोली मारकर हत्या करने के बाद डकैतों ने पांच करोड़ रुपए से अधिक के डायमंड लूट लिए थे। सिटी की अब तक की सबसे बड़ी डकैती के बाद पुलिस ने स्केच जारी किया था लेकिन इसका भी नतीजा सिफर रहा।

तीन घटनाओं में मिले थे सीसीटीवी फुटेज

सीसीटीवी फुटेज हर मामले में पुलिस की मददगार नहीं होते। डी-दमास डकैती, एचडीएफसी बैंक लूट और सीमेंट के बिजनेसमैन रामविशाल के कैशियर फूलचंद्र से लूट के मामले में पुलिस को फुटेज मिले, लेकिन किसी में भी चेहरे साफ नजर नहीं आए। बैरहना और सीएमपी के कैमरों में सिर्फ बदमाशों की पीठ ि1दखी है।

साइड स्टोरी

नैनी के पुराने पुल से भागे थ्ो बदमाशा

ख्7 जून को कीडगंज के बोट क्लब एरिया में सीमेंट कारोबारी के कैशियर फूलचंद्र से तीन लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर कुछ सस्पेक्ट की पहचान तो की है, लेकिन उनसे कुछ खास उगलवा नहीं सकी है। हालांकि, अब तक की इन्वेस्टिगेशन में यह पता चला है कि बदमाश काली पल्सर बाइक से नैनी के पुराने पुल से भागे थे। बलुआघाट की ओर काली पल्सर बाइक से तीन युवकों के निकलने की कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली है। नैनी एरिया से बदमाश कहां गए, यह सवाल अब भी खड़ा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने मेजा, करछना, नैनी और घूरपुर के कई हिस्ट्रीशीटर्स की कुंडली निकाल ली है। लूट के मामलों में पहले पकड़े जा चुके नौ बदमाशों को भी घंटों कैंट के इंट्रोगेशन रूम में बैठाए रखा गया लेकिन उनसे भी कोई जानकारी नहीं मिली।

लगातार आ रहे फोन

स्केच जारी होने के बाद पुलिस के पास बदमाश की पहचान का दावा करने वालों के सौ से अधिक फोन आ चुके हैं। पुलिस ने सूचनाओं के आधार पर अब तक करीब एक दर्जन से अधिक लोगों को इंट्रोगेट किया है। कुछ सस्पेक्ट अब भी पुलिस की हिरासत में हैं। हालांकि, घटना से युवकों के तार जुड़ नहीं रहे। सोर्सेज का कहना है कि इस बात की भी पॉसिबिलटी है कि बदमाश किसी और जिले के हों और घटना के बाद भाग गए हों। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि एक बदमाश के बारे में पुख्ता सुराग मिल गए हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive