कोरोना काल में रुके कामों को दी जाएगी रफ्तार

हमारे शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में कोरोना काल ने बड़ी बाधाएं पैदा की हैं। पिछले कई महीनों ने कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ठप पड़े थे। लेकिन अब इन्हे अमली जामा पहनाए जाने का समय आ गया है। अगले दो माह के भीतर स्मार्ट सिटी से जुड़े दो सौ करोड़ के काम शुरू होने जा रहे हैं। इस समय सीमा में इनका टेंडर प्रक्रिया फाइनल की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि रुके पड़े कामों को जल्द पूरा कराकर सिटी को स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे बढ़ाने का समय आ गया है।

कतार में हैं बड़े प्रोजेक्ट्स

स्मार्ट सिटी की मंशा को आगे बढ़ाने की दिशा में छोटे-बड़े कई प्रोजेक्ट इस समय कतार में हैं।

जिनमें कुछ की लागत कम है तो कुछ लागत कई करोड़ में हैं।

इनको अब तक कम्प्लीट हो जाना चाहिए था लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते सभी ठंडे बस्ते में चले गए।

इनका फंड भी फंसा हुआ था। लेकिन अब मामला लगभग क्लीयर हो चुका है।

सरकार ने तय किया है कि अगले दो माह के भीतर दो सौ करोड़ की लागत के प्रोजेक्ट्स की टेंडर प्रक्रिया पूरी कराई जानी है।

इन प्रोजेक्ट्स पर होना है फैसला

दो सप्ताह के भीतर प्रशासन को यह तय करना है कि कौन से प्रोजेक्ट का टेंडर होना है और किस प्रोजेक्ट को इग्नोर करना है। इसके लिए प्लानिंग शुरू हो गई है। आइए जानते हैं कि स्मार्ट सिटी के कौन से प्रोजेक्ट कतार में हैं

चार सरकारी इंटर कॉलेज और चार अपर प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज शुरू की जानी हैं। यह प्रोजेक्ट टॉप प्रायरिटी पर रखा गया है।

शहर के तमाम सरकारी कार्यालय और स्पाट्स पर सोलर पैनल लगाए जाने का प्रोजेक्ट भी टॉप लाइन में हैं। यह सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है।

कंपनीबाग स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी का डिजिटाइजेशन किया जाना है। इस प्रोजेक्ट के लागत दस करोड़ के करीब हैं।

शहर के कई स्पॉट्स पर ई रिक्शा रिचार्जिग सेंटर बनाए जाने हैं। मोस्ट अवेटेड प्रोजेक्ट में यह शामिल है।

दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल अवेलेबल कराए जाने के लिए भी सरकार इस प्रोजेक्ट को लाने की कोशिशों में लगी है।

वन सिटी एंड वन आफिस प्रोजेक्ट एक बड़ा प्रोजेक्ट है। इसकी प्लानिंग भी की जा रही है।

म्युनिसिपल कारपोरेशन की तमाम प्रापर्टीज का डेवलपमेंट भी इस फंड से किया जाना है।

साइकिलिंग को प्रमोट करने के लिए शहर में तमाम जगह पर स्टैंड बनाए जाएंगे।

जहां से लोग किराए पर साइकिल हायर कर सकेंगे।

इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स पर प्लानिंग

अधिकारियों का कहना है कि हमारे पास दो दर्जन के करीब प्रोजेक्ट पाइप लाइन में हैं। इनको इनोवेटिव कैसे बनाना है इस पर भी विचार चल रहा है। इनमें संशोधन करने और मंजूरी मिलने के बाद इन्हे भी टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है।

जल्द दिखेंगे बदलाव

स्मार्ट सिटी में चुनाव होने के बाद से अब तक बहुत अधिक बदलाव शहर में नही आ सके हैं। न तो नाइट मार्केट को बढ़ावा मिल सका और न ही फूड जोन पनप सका है। इसके अलावा जो अन्य काम शुरू होने थे वह भी रुक गए हैं। लेकिन अब इन्हे एक्सीलिरेट करने का काम चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि एक बार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद तेजी से प्रोजेक्ट्स को पूरा करा लिया जाएगा।

दो माह के भीतर दो सौ करोड़ के प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया पूरी की जानी है। इसमें कई बड़े प्रोजेक्ट फाइनल कर दिए जाएंगे। दो सप्ताह में हम लोग डिसाइड कर लेंगे कि किन प्रोजेक्ट को टॉप पर लाना है। शहर को जल्द ही स्मार्ट सिटी का टच दिया जाएगा।

विपिन कुमार,

असिस्टेंट मैनेजर, स्मार्ट सिटी

Posted By: Inextlive