चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं दबंग दिलीप मिश्रा

सपा सरकार में अपने आप तोड़ ली थी सील, इस्तेमाल कर रहे थे प्रिमाइस

ALLAHABAD: सपा की सरकार जाते ही हनक खत्म हो गई है। थाना वही है लेकिन पुलिस का रुख बदल गया है। जो पुलिस तीन महीना पहले तक घर की तरफ झांकने से भी कतराती थी वह आज मकान को सील करने पहुंच गई। घर के सभी सदस्यों को बाहर करने के बाद पुलिस ने प्रशासनिक अफसर की मौजूदगी में फिर से सील कर दिया।

अधूरी रह गई थी कार्रवाई

पिछले दिनों पुलिस ने सीएम योगी के निर्देश पर अपराधियों की श्रेणीवार लिस्ट बनाई है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश है। शासन की सख्ती के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है। पुलिस ने लिस्ट पर काम करना शुरू किया तो पता चला कि पहले सील की जा चुकी सम्पत्ति का इस्तेमाल दबंग फिर से कर रहे हैं। सील उन्होंने खुद ही तोड़ ली है। इसमें सबसे ऊपर सपा नेता और चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्र का नाम सामने आया था। इसके बाद मंगलवार को पूर्व ब्लाक प्रमुख लवायन कला निवासी दिलीप मिश्रा की सम्पत्ति को सीज किये जाने की कार्रवाई करने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पहुंची थी। संयोग से कार्रवाई अधूरी रह गई। रविवार को सीएम की समीक्षा में यह तथ्य उठाए जाने की आशंका होने पर शुक्रवार के एक बार फिर एसडीएम करछना विनय सिंह व क्षेत्राधिकारी करछना अलका भटनागर के नेतृत्व में टीम दिलीप के लवायन कला स्थित मकान पर पहुंची और उसे सीज कर दिया।

2008 में भी हुई थी कार्रवाई

बता दें कि 2008 में बसपा शासन काल में दिलीप मिश्रा के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई किए जाने के बाद उनकी तीन संपत्ति सीज करने की कार्रवाई की गई थी। सपा की सरकार आते ही पुन: दिलीप ने अपनी संपत्ति पर कब्जा जमा लिया। इसका इस्तेमाल उन्होंने हॉस्टल के लिए करना शुरू कर दिया था। इसकी जानकारी होने पर तीन हफ्ते पूर्व औद्योगिक थाने में दिलीप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। मंगलवार को मसिका स्थित उनके हास्टल को सीज किया जा रहा था। उसी दौरान नैनी में हत्या की सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई रोक दी। शुक्रवार को आधी अधूरी कार्रवाई को पूरा किया गया।

विधायक विजय मिश्रा के यहां भी हो चुकी कार्रवाई

गुरुवार को एडीएम और एसपी सिटी के नेतृत्व में टीम ने ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र के यहां भी कार्रवाई की थी। विधायक के मकान को भी पहले पुलिस ने सील किया था। बाद में दबंग विधायक ने खुल ही सील तोड़ लिया और मकान का इस्तेमाल करने लगे। इस पर जवाब तलब न हो जाए इससे बचने के लिए अफसरों ने आनन-फानन में उनके मकान को फिर से सील कर दिया।

प्रापर्टी पहले ही सील की जा चुकी थी। इसके बाद भी इस्तेमाल किया जा रहा था। इसी के आधार पर कार्रवाई की गई और नैनी थाने में इस पर रिपोर्ट भी दर्ज हुई है।

अलका भटनागर

सीओ, करछना

Posted By: Inextlive