50हजार के आसपास स्ट्रीट वेंडर ठेला पर गैस सिलेंडर बनाते हैं चाय व नाश्ता और अन्य खाद्य सामग्री

प्रयागराज ब्यूरो । शहर में पटरी दुकानदार किसी भी दिन आग जैसी बड़ी घटना का कारण बन सकते हैं। ज्यादातर दुकानदार खुलेआम घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग कर रहे हैं। इस सिलेंडर के इस्तेमाल से वह चाय से लेकर नाश्ता व खाना तक बताते हैं। इन दुकानों पर इस गैस सिलेंडर में किसी दिन आग लगी तो बड़ा हादसा होने नहीं बच सकता। इस संभावित खतरे को लेकर फायर ब्रिगेड विभाग के लोग एक्टिव हो गए हैं। अब इन दुकानदारों को अपने ठेले पर एंटीफयर सिलेंडर रखना होगा। जिस दुकान पर आग बुझाने के लिए यह सिलेंडर व बाल्टी या बोरी में बालू नहीं होगी, उन दुकानों पर विभाग कार्रवाई के रूप में चालान काटेगा। यह चालान सरकार के कोस में जमा करने के बाद ही ठेला आदि को छोड़ा जाएगा।

सिलेंडर में लगी तो होगा बड़ा नुकसान
स्ट्रीट वेंडर को रोजगार के लिए खुद सरकार सपोर्ट कर रही है। इसके लिए हर दुकानदार को व्यापार स्टेबलिस्ट करने के लिए दस हजार रुपये की पहली किस्त में लोन दिए जा रहे हैं। दूसरी किस्त में बीस और तीसरी में 50 हजार तक के ऋण इनके लिए रियायती दर पर मौजूद है। पीएम स्वनिधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडिंग के लिए लोन लेने वालों की संख्या हजारों में हैं। डूडा के से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 48 हजार 967 हजार से अधिक दुकानदार दस हजार लोन के लिए आवेदन कर रखे हैं। आवेदन करने वाले सभी लोग रोड किनारे पटरी पर चाय, नाश्ता व खाना आदि का दुकान लगाते हैं। आंकड़े गवाह हैं कि शहर में करीब 50 हजार डूडा में रजिस्टर्ड दुकानें सड़कों पर चल रही हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यह स्ट्रीट वेंडर रोड किनारे पटरी व मुख्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में दुकान चलाते हैं। ज्यादातर दुकानदार अपने शॉप पर खाद्य सामग्रियों को बनाने के लिए घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग कर रहे हैं। इनकी दुकान पर यह गैस सिलेंडर लगातार जलते रहते हैं। फायर बिग्रेड के एक्सपर्ट का मानना है कि सिलेंडर गर्म हो जाते हैं। ऐसे में आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो किसी भी दिन कहीं बड़ी घटना हो सकता है। फायर ब्रिगेड के जवान अब ऐसे स्ट्रीट वेंडरों की दुकानों को चेक करेंगे। हर स्ट्रीट वेंडर को दुकान पर एंटी फायर सिलेंडर रखना अनिवार्य होगा। ताकि आग जैसी घटना होने पर फौरन वह इस सिलेंडर के माध्यम से बुझा सकें। दुकानों पर बाल्टी या बोरी में घर कर बालू भी रखना होगा। ताकि यदि सिलेंडर में आग लग जाय तो पानी और बालू आदि की मदद से उसे बुझाया जा सके। कहा गया है कि जिस ठेले पर यह सुविधाएं नहीं होगी उन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई के रूप में जुर्माना लगाया जाएगा।

अस्थाई दुकान में भी सुरक्षा होगी मस्ट
सिविल लाइंस थाने के पीछे दूर संचार विभाग के पास स्ट्रीट वेंडरों के लिए करीब 200 अस्थाई दुकानें बनाई जा रही हैं। यह दुकानें जगह-जगह ठेला पर दुकान लगा रहे लोगों को आवंटित किया जाएगा। यहां दुकान का आवंटन मिलने के बाद जिसके भी दुकान में गैस सिलेंडर होगा उसे भी एंटी फायर सिलेंडर छोटा वाला ही सही रखना होगा। हालांकि अभी यहां पर नाली और पानी की सुविधा नहीं हो सकी है। ऐसी स्थिति में इन दुकानों को लेने से दुकानदार कतरा रहे हैं। इतना ही नहीं दुकानों की लंबाई और चौड़ाई भी काफी है। दुकानदार दबी जुबान कहते हैं कि इस छोटी सी जगह में उनकी दुकान का पूरा सामान तक ठीक से नहीं आएगा। फिर वह इस जगह को लेकर आखिरकार क्या करेंगे।

जो भी पटरी दुकानदार गैस सिलेंडर का प्रयोग कर रहे हैं उन्हें एंटी फायर सिलेंडर रखना बहुत जरूरी है। कहा कि लोग कामर्शियल गैस सिलेंडर का ही दुकानों पर प्रयोग करें। चेकिंग में यदि दुकान पर घरेलू गैस सिलेंडर मिला तो कार्र्रवाई होने पर दुकानदार जिम्मेदार होंगे।
आरके पांडेय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी

Posted By: Inextlive