चाकू से पत्‍‌नी पर हमला करने वाले की बॉडी मिली घर से 50 कदम दूर

खुद को गोली मार लेने की चर्चा, स्पॉट पर नहीं मिला कोई असलहा

पत्‍‌नी के चरित्र पर करता था शक, अक्सर होती थी लड़ाई

ALLAHABAD: देर रात तक सामने आई जानकारी के मुताबिक घटना के वक्त सिर्फ पति-पत्‍‌नी ही घर पर मौजूद थे। दोनों में आज फिर झगड़ा हुआ था। इसके बाद तैश में आकर पति ने सब्जी काटने वाला चाकू उठा लिया और पत्‍‌नी के चेहरे और गर्दन पर वार कर दिया। इसके बाद वह घर से भागा। करीब पचास मीटर दूर जाने के बाद उसने खुद को गोली से उड़ा लिया। यही कहानी फिलहाल तक सामने आई है। लेकिन, स्पॉट के तमाम फैक्ट्स ऐसे हैं जो पूरे घटनाक्रम को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर देते हैं। पुलिस को भी तमाम सवालों के जवाब न तो स्पॉट पर मिले और न ही मृतक की पत्‍‌नी से। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जबकि पत्‍‌नी प्राथमिक उपचार के बाद देर शाम घर पहुंच गई।

तब पति-बच्चों को छोड़कर चली गई थी

घटना घूरपुर थाना क्षेत्र के अमिलिया गांव की है। शुक्रवार की शाम सात बजे के करीब अचानक मैसेज फ्लैश होना शुरू हुआ कि यहां के रहने वाले सुभाष चंद्र विश्वकर्मा ने अपनी पत्‍‌नी पत्‍‌नी रेखा को विवाद के बाद चाकू मार दिया और फिर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस सूचना पर आसपास के लोग स्पॉट पर पहुंच गए और पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस के पहुंचने तक स्थानीय लोग रेखा को उपचार के लिए ले जा चुके थे। पुलिस को घर में खून बिखरा हुआ मिला और सुभाष की बॉडी खेत में पड़ी हुई थी। सुभाष के सीने पर बायीं तरफ गोली लगी हुई थी। उसके शरीर पर स्पॉट मिला लेकिन उस कट्टे का नामोनिशान नहीं मिला जिससे उसने आत्महत्या की थी। लाख कोशिश के बाद भी कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने बॉडी का पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया।

बालू का व्यवसाय करता था सुभाष

मृतक सुभाष स्वदेश राज विश्वकर्मा का पुत्र था। वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। बाकी भाईयों से न पटने के चलते उसने गांव से बाहर अपना मकान बनवा लिया था। वह बालू का कारोबार करता था और पत्‍‌नी रेखा, बेटी यशी और बेटे साहिल के साथ रहता था। रेखा मजदूरी करने के साथ कपड़े भी सिलती थी। रेखा ने जो कुछ भी बताया उसके मुताबिक सुभाष उसके चरित्र पर शक करता था। इसके साथ ही उसे दारू का भी शौक था। इसी के चलते घर में अक्सर झगड़ा हुआ करता था। गांव के लोगों ने बताया कि करीब छह महीना पहले रेखा पति और बच्चों को छोड़कर अपने मायके कौंधियारा चली गई थी। किसी तरह से मान-मनौव्वल के बाद वह घर लौटी थी। घटना की इकलौती प्रत्यक्षदर्शी रेखा के अनुसार झगड़े के बाद उसने सब्जी काटने वाला चाकू उठाया और हमला कर दिया। इसके बाद वह भागा और खुद को गोली मार ली।

कहा चला गया असलहा

घटना के वक्त मृतक के दोनो बच्चे गांव में एक वैवाहिक प्रोग्राम में गए हुए थे। पति-पत्‍‌नी अकेले थे। घटना के बाद मौके पर किचन से लेकर दरवाजे तक खून के छींटे मिले। खास बात यह है कि दोनों के बीच झगड़ा हो रहा था, इसके बाद भी किसी का पैर उस पर नहीं पड़ा। रात आठ बजे के करीब तक ही पक्के फर्श पर पड़ा खून जम कैसे गया। यह सवालों के घेरे में है। इसे लेकर तरह-तरह की चर्चा थी क्योंकि सुभाष पत्‍‌नी के चरित्र पर शक करता था।

घटना पर उठे सवाल

बच्चों ने बताया कि उसने कभी अपने पापा को किसी असलहे के साथ नहीं देखा

इससे सवाल यह भी खड़ा होता है कि उसके पास असलहा आया कहां से?

उसने खुद को गोली मारी तो खोपड़ी की जगह सीने को क्यों निशाना बनाया

ऐसा हुआ तो वह असलहा कहां गया जिससे उसने खुद को गोली मारी?

यह परिवार गांव से अलग अकेले रहता है, बच्चे भी घर पर नहीं थे, कहीं ऐसा तो नहीं कि सुभाष का पीछा करके गोली मारी गई

सुभाष ने कोई आपत्तिजनक स्थिति तो नहीं देख ली थी कि उसका पारा चढ़ गया

चाकू से हमला पुलिस का ध्यान बंटाने के लिए तो नहीं?

मृतक की पत्‍‌नी ने बताया है कि उस पर हमला करने के बाद पति सुभाष ने घर से कुछ दूर जाकर खुद को गोली मार ली। बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है। पूछताछ जारी है। इससे आने वाली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अलका भटनागर

सीओ, करछना

Posted By: Inextlive