चैटिंग के जरिए बीटेक के तीन और एमबीए के एक छात्र को एटीएम से पैसा निकालने का दी हाइटेक ट्रेनिंग

PRAYAGRAJ: एटीएम से पैसा निकालने वाले बीटेक और एमबीए की पढ़ाई कर रहे छात्रों के एक हाइटेक गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा। छात्रों ने एटीएम से रुपए निकालने का यह शातिराना तरीका चाइना की एक लड़की से सीखा था। ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने 56 हजार रुपए में चाइना से दो डिवाइस कोरियर से मंगाई। यह डिवाइस एटीएम फोर्क (कांटा) के नाम से जानी जाती है। डिवाइस के जरिए चारों ने एटीएम से रुपए उड़ाने शुरू कर दिए। पिछले हफ्ते के दौरान उन्होंने एक दर्जन एटीएम से रूपए गायब किए। भनक लगने पर जांच शुरू हुई। इसके बाद सीसीटीवी के जरिए यह गिरोह बेनकाब हो गया।

सीसीटीवी कैमरे से हुए बेनकाब

पुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी नितिन तिवारी शुक्रवार को छात्रों के इस गिरोह को मीडिया के सामने लाए। उन्होंने बताया कि यह गिरोह बिना एटीएम तोड़े हाइटेक तरीके से लाखों रुपए निकाल लेता था। सिटी के शिवकुटी, अतरसुइया, कर्नलगंज और धूमनगंज में कई एटीएम से रुपए निकाले गए। इनके निशाने पर खासतौर से एक्सिस बैंक के एटीएम थे। इस गिरोह के मूवमेंट की भनक लगी तो पुलिस और क्राइम ब्रांच जांच में जुट गई। सीसीटीवी खंगाले गए तो गिरोह का पता चल गया। पुलिस ने आशीष कुमार मौर्या पुत्र दिनेश्वर प्रसाद मौर्या निवासी चकेरी, कानपुर नगर। मूल पता गंगापुर, बैरिया जिला बलिया को अरेस्ट किया। पूछताछ के बाद संदीप सिंह पुत्र राम प्रकाश सिंह निवासी उकाथू, खागा फतेहपुर व अनुराग सक्सेना पुत्र मुकेश सक्सेना निवासी बगधौधी बाजार, नई बस्ती, रुईपुरवा मान्धता थाना बिठूर जिला कानपुर नगर और आकाश गोयनका पुत्र विशन गोयनका निवासी बिरहाना रोड, फिलखाना कानपुर को गिरफ्तार किया गया। इनमें से आशीष, अनुराग और आकाश बीटेक के छात्र हैं और संदीप एमबीए कर रहा है। इनके पास से 25 हजार रुपए, कई बैंकों के दस एटीएम कार्ड, चाइना की दो डिवाइस, एक रेती और मोबाइल बरामद हुआ। गिरफ्तारी एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव और आईपीएस सुकीर्ति माधव के नेतृत्व में हुई।

इस तरह चाइना से मंगाए 'एटीएम फोर्क'

फेसबुक चैटिंग के जरिए चाइना की एक युवती से आशीष की दोस्ती हुई।

युवती ने आशीष को चाइना में मिलने वाले एटीएम फोर्क डिवाइस (प्लास्टिक चिप) के बारे में जानकारी दी।

बताया कि इसके जरिए किस तरह से बगैर एटीएम को नुकसान पहुंचाए पैसे आसानी से निकाले जा सकते हैं।

आशीष ने यह बात अपने अन्य तीन दोस्तों को बताई और चारों ने मिलकर 28-28 हजार रुपए में डिवाइस मंगा ली।

डिवाइस के मिलते ही चाइनीज युवती के तरीके का प्रयोग कर चारों घूम-घूमकर शहर के एटीएम से पैसे निकालने लगे।

ऐसे निकालते थे शातिर पैसा

किसी भी एटीएम कार्ड को मशीन में डालते थे।

मशीन एक्टिव होते ही उसके एग्जिट लॉक में डिवाइस फंसा देते थे।

इससे मशीन में लगा रोलर उठा ही रह जाता था।

एक निर्धारित समय के भीतर रोलर का मुंह बंद हो जाना चाहिए।

समय बीत जाने के बाद रोलर का मुंह खुला रहने पर पैसा अकाउंट से नहीं कटता।

ऐसे में मशीन में बिना खाते व पासवर्ड के रुपए बाहर फेंकने का काम करती है

शातिर तुरंत 15 हजार रुपए पर ओके करते थे और पैसा बाहर आने लगता।

पैसा लेने के बाद शातिर चिप को निकाल लेते थे और मशीन काम नहीं करती थी।

बरामद किए गए सामान

25

हजार रुपए पुलिस ने इनके कब्जे से किया बरामद

10

एटीएम कार्ड विभिन्न कंपनियों के भी पुलिस को मिले

02

एटीएम फोर्क (कांटा) बरामद हुए जो चाइना से मंगाए थे

01

रेती और एक मोबाइल भी गिरोह के पास से पुलिस को मिला

Posted By: Inextlive