प्रयागराज- जिस बात का अंदेशा था, वह सच साबित हो रहा है। शहर के एकमात्र हालमार्क सेंटर पर रोजाना चेक हो रहे गहनों में 90 फीसदी तय मानक पर फेल करार दिए जा रहे हैं। इन गहनों में मौजूद सोना निर्धारित कैरेट से कम स्टैंडर्ड का है और इसे बेचने के लिए ज्वैलर्स को इसे गलाकर दोबारा गहना बनाना होगा। नए सरकारी नियम के मुताबिक बिना शुद्धता तय हुए गहनों को हालमार्क नहीं दिया जाएगा। ऐसे में यह गहने बाजार में बेचे भी नही जा सकेंगे।

मजबूर्री है गहनों को चेक कराना

16 जून से सरकार ने ज्वैलरी में हालमार्क को अनिवार्य कर दिया है। लेकिन यह हालमार्क तभी दिया जाएगा जब सोना पूरी तरह शुद्ध होगा। यही कारण है कि मीरगंज स्थित शहर के हालमार्क सेंटर पर सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में ज्वैलर्स अपना सोना चेक कराने पहुंच रहे हैं। लेकिन इससे भी बड़ा सच यह है कि 90 फीसदी गहने इस चेकिंग में फेल हो रहे हैं। उदाहरण के तौर पर 18 कैरेट सोने में 75 फीसदी सोना होना जरूरी है। लेकिन जांच करने पर यह मात्रा कम निकल रही हैं। ऐसे में ज्वैलर्स इस सोने को दोबारा गलाने की बात कर रहे हैं। सेंटर संचालक का कहना है कि दिन भर में औसतन 50 से 60 लोग गहना चेक कराने आते हैं। इसमें से 5 से 6 लोगों का गहना ही हालमार्क किया जाता है। बाकी को शुद्धता मेंटेन करने के लिए वापस कर दिया जाता है।

पब्लिक को भी सताने लगी चिंता

सोने की शुद्धता को लेकर पहले से सवाल उठते रहे हैं। लेकिन नए नियम लागू हो जाने के बाद यह सच सामने आने लगा है। ऐसे में पब्लिक को भी चिंता सताने लगी है। सेंटर संचालक का कहना है कि पब्लिक भी अपना सोना चेक कराने आने लगे हैं। बताया कि जल्द ही नए सेंटर भी खुलने जा रहे हैं। इसके बाद पब्लिक का सोना भी आसानी से चेक हो सकेगा। फिलहाल सोने की शुद्धता चेक कराने की फीस प्रति पीस 35 रुपए और 18 फीसदी जीएसटी है।

सरकार ने माफ कर दी फीस

ज्वैलर्स को बीआईएस में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पूर्व में सरकार ने 11300 रुपए फीस निर्धारित की थी। लेकिन अब इसे खत्म कर दिया गया है। अब बीआईसी रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से फ्री है। बावजूद इसके रजिस्ट्रेशन पक्रिया ठप पड़ी हैं क्योंकि फीस माफ किए जाते ही संबंधित वेबसाइट क्रैश कर गई है। इसलिए अभी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर विराम लगा हुआ है। सेंटर संचालक की माने तो सभी के डाक्यूमेंट लिए जा रहे हैं। साइट चालू होते ही सभी का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया जाएगा।

वर्जन

ज्वैलर्स अपना सोना चेक कराने सेंटर पर आते हैं तो अधिकतर का माल फेल हो जा रहा है। ऐसे में उनको हालमार्क देने के बजाय वापस कर दिया जाता है। अब ये लोग अपना सोना गलाकर उसे दोबारा तय मानक के रूप से तैयार करेंगे।

पवन तिवारी, संचालक, इलाहाबाद हालमार्क सेंटर मीरगंज

Posted By: Inextlive