- पुलिस ने किया लुटेरों के गिरोह का भंडाफोड़, पांच अरेस्ट

- कौंडि़हार के एक राइस मिल मालिक को लूटने की थी प्लानिंग

- बैंक में बनते थे मददगार, रास्ते में लूट लेते थे रुपया

ALLAHABAD: बैंक में जाएं तो चौकन्ने रहें। आपका हमदर्द बन रहा कोई शख्स आपको दर्द भी दे सकता है। क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को बैंकों से पीछा कर लूट करने वाले ऐसे ही गिरोह को मुठभेड़ के बाद दबोचा है। यह गिरोह छोटी लूट से चार पहिया गाड़ी खरीदकर कौडि़हार के एक बड़े राइस मिल कारोबारी से 50 लाख रुपए की लूट की फिराक में था। बदमाशों के पास से तमंचे, बाइक व सेलफोन बरामद हुए हैं। पकड़े गए पांचों बदमाशों पर हत्या, लूट, हत्या की कोशिश, डकैती जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। गिरोह का सरगना घनश्याम कहार है जिस पर 12 मुकदमे दर्ज हैं। और 10 हजार का इनाम घोषित था।

छूटते ही नए शिकार पर निकला

गैंग लीडर घनश्याम कहार 20-25 दिन पहले ही जेल से छूटा है। जेल से छूटने के बाद वह पारसनाथ पटेल, रूपचंद्र, मो। आजाद व राकेश कुमार निर्मल के साथ लूट की बड़ी योजना का प्लान बनाने लगा। नए शिकार के बारे में उसको कौडि़हार की राइस मिल में काम करने वाले पारस पटेल बताया था। उसने बताया था कि सोमवार व गुरुवार को राइस मिल मालिक सिटी के पुलिस लाइन स्थित एसबीआई व नवाबगंज की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच से 40 से 50 लाख रुपए निकालता है। वह अकेले ही कौडि़हार तक आता है। हथिगवां व कोडि़हार के बीच बीच लूट का प्लान बना। पारस ने राइस मिल मालिक की आसमानी रंग की सुजुकी रिट्ज की पहचान भी करवा दी। बाइक से दो बार लूट की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली। कार को बाइक से रोक पाने में बदमाश सफल नहीं हो सके। इसके बाद प्लान बना कि एक कार खरीदी जाए जिससे लूट की जाएगी। कार के लिए रुपए जुटाने के लिए छोटी लूट की योजना बनाई गई थी।

15 फरवरी को की थी कोशिश

इन लोगों ने 15 फरवरी को दहियावां के पास बैंक से रुपए निकालकर जा रहे थे दंपति को लूटने की कोशिश की थी। बदमाशों ने दंपति को तमंचा सटा दिया था लेकिन महिला के शोर मचाने से यह प्रयास भी बेकार गया। दंपति के पास 30 हजार रुपए थे। रुपए निकालते हुए रूपचंद ने दोनों को देखा था। इस घटना के बाद से क्राइम ब्रांच बदमाशों की तलाश में लग गई थी। एसएसपी केएस इमेनुएल ने शुक्रवार को बताया कि पांचों बदमाश लूट की एक अन्य योजना को अंजाम देने के लिए गुरुवार रात दो बाइक से जा रहे थे तभी नवाबगंज के ककरिया के पास घेराबंदी की गई। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर पुलिस पर फायरिंग भी की गई लेकिन आखिरकार सभी पकड़े गए।

बैंक में मददगार बनकर घूमता था

एसएसपी ने बताया कि रूपचंद बैंक के भीतर रुपए निकालने वालों पर नजर रखता था। वही अपने ग्रुप मेंबर्स को बताता था कि किसके पास कितने रुपए हैं। जिस दंपति के साथ लूट की कोशिश की गई थी, उसकी रूपचंद्र ने फार्म भरने में मदद भी की थी। वह पहले भी ऐसा कर चुका था।

अरेस्टेड

1. घनश्याम कहार, उल्दा, नवाबगंज

क्राइम हिस्ट्री : जालौन, रायबरेली, इलाहाबाद के नवाबगंज में 12 मुकदमे

2. रूपचंद्र, सूबेदार का पूरा, नवाबगंज

क्राइम हिस्ट्री : सिविल लाइंस, नवाबगंज में तीन मुकदमे

3. पारसनाथ पटेल, बेरावां, नवाबगंज

क्राइम हिस्ट्री : नवाबगंज में मर्डर, मर्डर की कोशिश समेत तीन मुकदमे

4. मो। आजाद, उल्दा, नवाबगंज

क्राइम हिस्ट्री : नवाबगंज में मर्डर की कोशिश समेत तीन मुकदमे

5. राकेश कुमार निर्मल, मंसूराबाद, नवाबगंज

क्राइम हिस्ट्री : नवाबगंज में मर्डर की कोशिश समेत दो मुकदमे

बरामदगी : 315 बोर के तीन तमंचे, तीन कारतूस, चार देशी बम, दो खोखा, चोरी की दो बाइक

बैंक से पीछा कर लूट की घटनाएं

- शियाट्स के कर्मचारी से करेली में डेढ़ लाख की लूट

- पुलिस लाइन के सामने एसबीआई से कांस्टेबल की बाइक से 50 हजार उड़ाए

- कटरा में रिटायर्ड कर्मचारी की स्कूटर की डिग्गी से तीन लाख रुपए उड़ाए

- प्रतियोगी छात्र से एसबीआई मेन ब्रांच में मददगार बनकर मिले युवक ने 45 हजार रुपए उड़ाए

- बैंक से पीछा कर लूटने वाला गिरोह एक्टिव है। बैंक में अनजान लोगों से मदद लेने से बचें। शक होने पर पुलिस को खबर दें।

केएस इमेनुएल, एसएसपी

Posted By: Inextlive