ट्रेन में मिलेगी प्लेन जैसी फील
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नंबर प्लेटफार्म पर सुबह 7. 48 बजे पहुंची टी-18 2.36 बजे इलाहाबाद जंक्शन से ही दिल्ली के लिए हुई रवाना 16 कोच थे टी-18 ट्रेन में। इसमें दो कोच एक्जिक्यूटिव चेयर कार हैं 52 सीट हैं एक्जिक्यूटिव चेयर कार कोच में 02 एसी चेयर कार हैं, जिसमें 52-52 सीटें हैं 12 एसी चेयरकार ऐसे हैं जिनमें सीटों की संख्या 78-78 है 1128 सीट कुल हैं टी-18 ट्रेन की सभी 16 कोच में 180 किलो मीटर प्रति घंटा से चलने की है क्षमता 130 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से ही फिलहाल चलाई जाएगी 05.07 घंटे में दिल्ली से पहुंची जंक्शन देश में बनी सेमी हाई स्पीड टी-18 ट्रेन पहली बार ट्रायल में पहुंची इलाहाबाद जंक्शन मेट्रो जैसा लुक, ट्रेन अंदर से है बेहद खास prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: देश में बनी पहली सेमी हाई स्पीड टी-18 ट्रेन शनिवार की सुबह इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। ट्रायल के तौर पर चलायी गयी ट्रेन ने दिल्ली से इलाहाबाद का सफर पांच घंटे सात मिनट में पूरा किया। हाल ही में तैयार हुए नए प्लेटफॉर्म नंबर छह पर पहुंची इस ट्रेन को देखने के लिए लोग उत्सुक नजर आए। यात्रियों की उत्सुकता का कारण ट्रेन का आकर्षक लुक एवं बाहर से अंदर तक कई हाईटेक तकनीक रहा। मेट्रो ट्रेन की तरह दिखने वाली इस टी -18 में करीब वह हर सुविधा थी जो एक प्लेन में होती है। ट्रेन के साथ सेल्फी लेने वालों का तांता लगा रहा।
आकर्षण का केंद्र रही ट्रेन दिल्ली जंक्शन से शुक्रवार रात 12. 55 बजे इस ट्रेन को रवाना किया गया था। यह ट्रेन 7.48 बजे इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। इसके दो चेयर कार कोच में लगी सीटों को 180 डिग्री तक आसानी से घुमाया जा सकता है। दोपहर 2.36 बजे यह ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन से ही दिल्ली के लिए हुई हुई। मंडल रेल प्रबंधक अमिताभ एवं वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर अजीत कुमार सिंह ने ट्रेन की खासियत के बारे में जानकारी मीडिया को दी। बताया कि लोको पायलट अरशद खान, रमन सिंह, निरीक्षक ओपी मिश्र गार्ड मो। आदिल तथा संदीप निगम दिल्ली से ट्रेन को लेकर यहां पहुंचे। दिल्ली वापस जाते समय पीके दत्ता, राम प्रकाश लोको पायलट, पीके मिश्र लोको निरीक्षक, गार्ड अरविन्द तिवारी एसडी मिश्र ट्रेन में मौजूद थे। बाक्स टी-18 के कोच की विशेष खासियत टी-18 ट्रेन का हर कोच एसी व हाईटेक सुविधाओं से लैश है ट्रेन के कोच में एक तरफ दो तो दूसरी तरफ तीन-तीन सीट हैं हर सीट के सामने वाली सीट में एक फोल्डिंग टेबल है।सामने बैठा यात्री इस फोल्डिंग टेबल को खोलकर आराम से फूडिंग कर सकेगा
हर सीट के नीचे मोबाइल चार्जिग के लिए डबल प्लक दिए गए हैं कोच के अंदर दीवार पर विशेष स्थिति में ट्रेन रोकने के लिए स्विच लगाई गई है यात्री अपने कोच के से ही सीधे ट्रेन के चालक या सुरक्षा गार्ड से बात कर सकते हैं इसके लिए टॉयलेट के पास कैमरे व स्विच लगाई गई है स्विच ऑन करके कुछ बोलते ही चालक या सुरक्षा गार्ड समस्या को सुन सकेंगे चालक व गार्ड अपनी सीट से ही यात्री को तत्काल रिप्लाई भी देंगे यात्री तो नहीं पर चालक व गार्ड संबंधित यात्री की फोटो भी देख सकेंगे आने वाले अगले स्टेशन की जानकारी हर कोच में माइक से दी जाएगी हर कोच में एलईडी लगाई गई है, जिस पर स्टेशन की लोकेशन डिस्प्ले होगी कोच में छोटे डिस्प्ले बोर्ड भी हैं, इस पर भी स्टेशन आने से पहले मैसेज चलेगा कोच के अंदर मेन लाइट की बटन चालक के कंट्रोल में होगी मेन लाइन बंद करने पर सीट के ऊपर रैक में लगी लाइट टच करते ही लगेगी इसकी रोशनी में यात्री किताब आदि आसानी से पड़ सकेंगेकोच के दरवाजे बगैर चालक के किसी भी दशा में नहीं खुलेंगे
टॉयलेट के दरवाजे बटन दबाने से खुलेंगे वाश बेसिन का नल बंद किये बगैर गेट नहीं खुलेगा सभी कोच में छह-छह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं