शारीरिक व मानसिक सेहतमंद के लिए जरूरी है रोजा

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGARAJ: गुनाह और सावाब से इतर रमजान के रोजों की अलग ही अहमियत है। रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखने से सिर्फ इबादत ही नहीं होती, बल्कि इससे सेहत को भी कई फायदे पहुंचते हैं। यही कारण है कि रमजान के अलावा भी कई मुस्लिम और गैर मुस्लिम लोग मानसिक और शारीरिक रूप से सेहतमंद रहने के लिए रोजा या व्रत करते हैं। सच मानिए तो रोजे पहरेदार की तरह होते हैं। जो पूरे साल इंसानी जिस्म को बीमारी और कमजोरी से बचाते हैं। ऐसे में डाक्टर्स भी बताते हैं कि रमजान में रोजा रखना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जनरल फीजिशियन डॉ। अहमद इब्राहीम बताते हैं कि हर तरह से ये हमारी बॉडी को फिट रखने में मददगार साबित होता है।

मोटापा कम करने में है हेल्पफुल

मोटापा आजकल अधिकतर लोगों की समस्या है। लेकिन आप रोजा रखकर बढ़ते हुए वजन को कंट्रोल कर सकते हैं। यूनिवíसटी ऑफ टेक्सास की स्टडी के मुताबिक, खाली पेट रहने या कम मात्रा में खाने से शरीर की सूजन कम होती है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और वजन भी कम होता है। डॉ। अहमद इब्राहीम बताते हैं कि स्टडी के मुताबिक, फास्ट करने से शरीर की कोशिकाओं पर स्ट्रेस पड़ता है। इससे वजन कम होने में मदद मिलती है।

हेल्थ का खजाना है खजूर

रमजान में खजूर का खास महत्व होता है। इस्लाम में रोजा खोलने के लिए खजूर का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। खजूर खाने से सेहत को भी बहुत फायदा होता है। शरीर को एनर्जी मिलती है। खजूर में मौजूद फाइबर से डाइजेशन बेहतर होता है। इसके साथ ही खजूर में पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी भी पाया जाता है। जो सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

कोलेस्ट्रोल कम करने में भी होता मददगार

हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि रमजान के रोजे रखने से वजन कम होने के साथ-साथ शरीर में कोलेस्ट्रोल का स्तर भी कम होता है। कोलेस्ट्रोल कम होने से दिल सेहतमंद रहता है। साथ ही हार्टअटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सकता है।

मेटाबॉलिज्म भी करता है बेहतर

रोजे के दौरान दिनभर भूखे प्यासे रहने से मेटाबॉलिज्म बेहतर तरीके से काम करने लगता है। इससे खाने के ज्यादा से ज्यादा न्यूट्रिएंट्स शरीर को मिलते हैं। रमजान में लंबे समय तक भूखे रहने के बाद देर शाम खाने से शरीर में Adiponectin हार्मोन बनता है, ये शरीर को ज्यादा न्यूट्रिएंट्स एब्जोर्ब करने में मदद करता है।

बुरी आदतों से मिलता है छुटकारा

बुरी आदतों से छुटकारा पाने के लिए रमजान सबसे अच्छा समय होता है। रोजे रखने के बाद व्यक्ति धूम्रपान, तंबाकू आदि चीजों के सेवन से सुरक्षित रहता है। नेशनल हेल्थ सíवस के मुताबिक, धूम्रपान, अल्कोहल और तंबाकू की लत को दूर करने के लिए रमजान सबसे अच्छा समय है।

रमजान के दौरान रोजा रखने से कई तरह का फायदा होता है। खासतौर पर पेट के मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने में भी हेल्पफुल होता है।

डॉ। अहमद इब्राहीम

जनरल फिजिशियन

Posted By: Inextlive