पुष्कर नाथ द्विवेदी के कातिलों की गिरफ्तारी न होने से भड़की गुस्से की चिंगारी

लालापुर पुलिस पर लोगों ने लगाया सुस्ती और लापरवाही का आरोप, तनाव बरकरार

PRAYAGRAJ: गोली मारकर मौत के घाट उतारे गए पुष्कर नाथ द्विवेदी की बॉडी का रविवार को गम और गुस्से के बीच अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार के पूर्व परिजनों व कुछ ग्रामीणों ने कातिलों की गिरफ्तारी को लेकर जमकर हंगामा किया। घटना की वजह जमीन को लेकर चली आ रही पुरानी रंजिश सामने आ रही है। इस मसले को लेकर सुबह पंचायत भी हुई थी। बेनतीजा रही पंचायत के बाद शाम को उसे गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया था। गोली मारने वाला शख्स परिवार का ही बताया जा रहा है। तहरीर के आधार पर मामले में लालापुर थाना पुलिस द्वारा छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इनमें से देर शाम तक एक भी आरोपित पकड़ा नहीं जा सका था। इसी बात को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश रहा।

छह लोग किए गए नामजद

पुलिस के मुताबिक नामजद किए गए लोगों में राजेन्द्र द्विवेदी, राजकिशोर द्विवेदी, कौतुल उर्फ विनय, अंसल उर्फ कप्तान, गुड्डू उर्फ ज्ञानेंद्र, साजन उर्फ संजीत के नाम शामिल हैं। यह सभी उसके परिवार के ही हैं। बताया गया कि मारे गए पुष्कर नाथ द्विवेदी क्रशर का भी काम किया करते थे। जमीन को लेकर उनकी पुरानी रंजिश चली आ रही थी। मसले को हल करने के लिए पंचायत की गई थी। पुलिस की छानबीन में सामने यह भी आया कि पंचायत में विवाद को कोई हल नहीं निकला। रंजिश की चिंगारी को और हवा मिल गया। रात करीब 11 बजे वह खाना खाने के बाद टहल रहे थे। इसी बीच उन्हें गोली मारी गई थी। लालापुर थाने की पुलिस एक भी अभियुक्त को रविवार की देर शाम तक गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। गिरफ्तारी को लेकर बॉडी का अंतिम संस्कार करने से पूर्व परिजन व कुछ ग्रामीण जमकर हंगामा किए। किसी तरह आश्वासन की घुट्टी पिलाकर पुलिस ने नाराज लोगों को शांत कराया। इसके बाद वह बॉडी का अंतिम संस्कार किए। पुष्कर नाथ द्विवेदी एक बेटा जितेंद्र नाथ पुलिस विभाग में सिपाही है। इन दिनों उसकी तैनाती बांदा जिले में है।

कौन हैं किशोरी के कातिल पता नहीं

PRAYAGRAJ: किशोरी की गला दबाकर हत्या किसने किसने और क्योंकि? लोगों के इस सवाल का उत्तर पुलिस रविवार को भी नहीं खोज सकी। कातिल कहां के और उनकी मंशा क्या थी यह भी स्पष्ट नहीं हो सका। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है कि उसकी हत्या की गई है। यह बात दीगर है कि रेप जैसी बात सामने नहीं आई है। यदि कातिलों का इरादा रेप का नहीं था तो उनकी दुश्मनी इस बालिका से क्या हो सकती थी। बेरहमी से हत्या के बाद उसकी बॉडी को बारा इलाके में क्यों ठिकाने लगाई गई। जबकि वह लालापुर एरिया के सेमरी तरहार की निवासी थी। यहां से वह बारा एरिया में अपने से तो पहुंची नहीं होगी। इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि उसका अपहरण के बाद मर्डर कर बॉडी ठिकाने लगाई है।

हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। संभावित ठिकानों पर दबिश जारी है। किशोरी की मौत के मामले में कातिलों की तलाश के लिए मुखबिर जा चुके हैं।

सौरभ दीक्षित, एसपी यमुनापार

Posted By: Inextlive