प्रयागराज में सुविधाएं नहीं होने से झेल गए मरीज
-सीएचसी-पीएचसी में नहीं मिला इलाज, एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे मामले, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया था अलर्ट
PRAYAGRAJ: दिवाली पर स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था से मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सीएचसी-पीएची से लेकर शहर के हॉस्पिटल्स में डॉक्टर्स के मौजूद नहीं होने से कई मरीजों को प्राइवेट का रुख करना पड़ा। खासकर बर्न केसेज के मरीजों को वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा। अधिकारियों द्वारा पूर्व में जारी अलर्ट का असर देखने को नहीं मिला। कर दिया एसआरएन रेफरसीएचसी-पीएचसी में पहले से ही सर्जन की कमी है। इसके अलावा शहर के बेली और काल्विन हॉस्पिटल में प्लास्टिक सर्जन नही होने से बर्न केसेज को अटेंड करने में डॉक्टर्स को दिक्कत हुई। हुआ यूं कि बर्न के अधिकतर मामलों में मरीजों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। इससे मरीजों को देर से इलाज मिला। कुछ मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने चले गए। बर्न के गंभीर मामलों को देखने में डॉक्टर्स की आनाकानी जारी रही।
सीएमओ ने जारी किया था अलर्टदिवाली के पहले ही सीएमओ ने सभी सीएचसी-पीएचसी और हॉस्पिटल्स को अलर्ट जारी किया था। उन्होंने कहा था कि किसी भी बर्न केस को रेफर नहीं किया जाएगा। प्राथमिक इलाज देने के बाद उनको मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा। मरीजों की सुविधा के लिए प्वाइंट वाइज एंबुलेंस को भी तैनात किया गया था। इन सेवाओं की उपलब्धता में 50-50 का माहौल रहा।
बम और हैवी आतिशबाजी ने दिया धोखा ऐसा नहीं है कि लोग अवेयर नहीं हैं। पिछले साल के मुकाबले दिवाली में हॉस्पिटल्स में 70 फीसदी मामले ही पहुंचे। इनमें से कई मामलों में बम और हैवी आतिशबाजी ने लोगों को धोखा दिया है। लापरवाही बरतने पर हाथ झुलस गया। कुछ लोग दूसरों की लापरवाही के चलते परेशान हुए। देर रात तक एसआरएन हॉस्पिटल मरीजों के आने का सिलसिला लगा रहा। उधर सीएमओ ने भाई-दूज तक सभी हॉस्पिटल्स में अलर्ट जारी कर रखा है।