196.24 करोड़ के बिल में 14 करोड़ का नुकसान भी किया गया था शामिल। कुंभ मेला प्राधिकरण और मेसर्स लल्लू जी एंड संस के बीच टकराव का मामला।

Prayagraj: कुंभ मेला प्राधिकरण और मेसर्स लल्लू जी एंड संस के बीच चल रहे विवाद की असल वजह बिल की है। प्राधिकरण को मेसर्स लल्लू जी एंड संस (एजेंसी) द्वारा 196.24 करोड़ रुपये के जो बिल दिए गए इसमें 14 करोड़ से अधिक की धनराशि वह थी, जिन सामानों का मेले के दौरान नुकसान हुआ था। कार्यों के साथ ही इसका भी सत्यापन होना था। प्राधिकरण जहां यह दावा कर रहा है कि सभी चीजों का सत्यापन हुआ है, वहीं एजेंसी इस सत्यापन को सही नहीं मान रही है।

कुंभ मेला प्राधिकरण को मेसर्स लल्लू जी एंड संस (एजेंसी) द्वारा 27 फरवरी 2019 से 6 जुलाई 2019 के बीच 196.24 करोड़ रुपये का बिल दिया गया था। जांच के बाद 86.38 करोड़ के बिल का भुगतान एजेंसी को कर दिया गया था, जबकि 109.85 करोड़ के बिल को जाली बताते हुए रोक लगा दी गई थी। अब मामला गरम हो गया है, इसलिए इसकी सभी परतें खुल रही हैं। प्राधिकरण का कहना है कि गठित टीम ने जब सत्यापन शुरू किया तो सभी ¨बदुओं को बड़ी बारीकी से खंगाला गया था। इसमें जो सही मिला, उसी के तहत भुगतान किया गया। सत्यापन के लिए एजेंसी को बुलाया गया था, लेकिन कोई नहीं आया। जबकि एजेंसी का कहना है कि मेले के दौरान फर्नीचर का पांच करोड़, जले हुए सामानों का तीन करोड़ और अन्य सामानों पांच करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था। जो सत्यापन किया गया था, वह अमावस्या के बाद किया गया, जबकि उनके द्वारा यह कहा गया था कि सत्यापन अमावस्या के पहले किया जाना था। क्योंकि अमावस्या के बाद तमाम संस्थाएं, अखाड़े चले जाते हैं। सत्यापन के समय संस्थाओं के प्रतिनिधियों का मौजूद रहना बेहद जरूरी रहता है।

दोनों के पास हैं अपने-अपने प्रमाण

109.85 करोड़ के बिल को कुंभ मेला प्राधिकरण फर्जी बता रहा है। इसमें लगी मोहर और कर्मचारियों के हस्ताक्षर को भी जाली बताया जा रहा है। दावा है कि कर्मचारियों का बयान उनके पास है कि ये हस्ताक्षर उनके नहीं हैं। मोहर के बारे में यही कहना है। उधर, एजेंसी का कहना है कि उसके पास भी प्रमाण है कि हस्ताक्षर वहीं के कर्मचारियों के हैं और मोहर भी कुंभ मेला प्राधिकरण की ही दस्तावेजों पर लगी है। उनके पास भी उनके यहां के उस कर्मचारी का बयान है जिसने दस्तावेजों को वहां रिसीव कराया था।

पहले होगी जांच फिर आगे की कार्रवाई

दारागंज थाने में मेसर्स लल्लू जी एंड संस (एजेंसी) समेत 11 के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इंस्पेक्टर जय प्रकाश शाही का कहना है कि अभी वह अभिलेखों को एकत्र करेंगे। मामले की विवेचना की जाएगी। इसके बाद ही गिरफ्तारी या फिर आगे की कार्रवाई होगी।

Posted By: Inextlive