उम्मीद से जुदा है पानी की कहानी
-राजकीय विद्यालयों में अभी तक नहीं लगे सके वाटर प्यूरीफायर
-स्कूल के कमरों में सील पैक होकर प्यूरीफायर बढ़ा रहे शोभाALLAHABAD: राजकीय स्कूलों में पीने के पानी की सप्लाई के लिए हाईकोर्ट ने प्यूरीफायर लगवाने के निर्देश दिए थे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अधिकारी हरकत में तो आए, लेकिन कुछ दिनों बाद ही आदेश ठंडे बस्ते में चला गया। जिसके कारण आज भी राजकीय बालिका इंटर कालेज व राजकीय इंटर कालेजों में कोर्ट के निर्देश के अनुसार कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। स्कूलों में विभाग के अधिकारियों ने अलग-अलग मदों के जरिए वाटर प्यूरीफायर और वाटरकूलर की व्यवस्था तो कर दी, लेकिन ये फिलहाल कई महीनों से सिर्फ स्कूल के कमरों में सीलबंद होकर वहां की शोभा बढ़ा रहे है। इन कार्यो में हजारों रुपए लगने के बाद भी बच्चों को इसका कोई लाभ होता नहीं दिख रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने सिटी के राजकीय विद्यालयों में पीने के पानी की समुचित व्यवस्था की जमीनी हकीकत देखी। जो हाईकोर्ट के आदेश से बनी उम्मीदों के ठीक उलट दिखाई दी।
राजकीय बालिका इंटर कालेज, सिविल लाइंस - स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या 500 - टीचिंग स्टॉफ की कुल संख्या 40 - नॉन टीचिंग स्टाफ की कुल संख्या 11- स्कूल में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए समरसेबुल की व्यवस्था है
- छत पर पीने के पानी के लिए वर्तमान में लगी पानी की टंकियों की संख्या 4 - स्कूल में वाटर प्यूरीफायर और वाटर कूल फिलहाल स्टॉफ रूम में रखा हुआ है - पीने के पानी की लगी टंकी सफाई चार महीनों में एक बार होती है - स्कूल में ग्रीन क्लीन स्कूल योजना के अन्तर्गत एक महीने पहले वाटर प्यूरीफायर की व्यवस्था की गई - स्कूल में बिजली कनेक्शन के साथ ही सोलर पैनल की व्यवस्था - सोलर पैनल की की क्षमता 5 केवी - राजकीय बालिका इंटर कालेज, कटरा - स्कूल में बच्चों की कुल संख्या 225 - स्कूल में टीचिंग स्टॉफ की संख्या 16 - स्कूल में नॉन टीचिंग स्टाफ की संख्या 5 - पीने के पानी की सप्लाई की व्यवस्था सीधे सरकारी नल से - सोलन एनर्जी की व्यवस्था फिलहाल नहीं है - बिजली का कनेक्शन है - एक साल से प्यूरीफायर रखा है, उसकी फिटिंग होना बाकी है - राजकीय इंटर कालेज - बिजली का कनेक्शन विद्यालय में मौजूद है - सोलर पैनल के जरिए भी बिजली की सप्लाई की व्यवस्था है - पीने के पानी के लिए वाटरकूलर की व्यवस्था है- स्कूल में समर सेबुल के जरिए टंकी में पीने का पानी पहुंचता है
- प्यूरीफायर की कोई व्यवस्था फिलहाल अभी नहीं है - स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या 3875 - स्कूल में टीचिंग स्टॉफ की संख्या 94 - स्कूल में नॉन टीचिंग स्टॉफ की संख्या 26 - वाटर प्यूरीफायर व नया वाटर कूलर 15 दिन पहले मिला वर्जन सरकार की ओर से आदेश तो हो जाता है, लेकिन वास्तविक रूप लेने में समय लगता है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण मानकों की कमी है। मानक की जानकारी नहीं होने से भी कई काम समय से पूरे नहीं हो पाते है। बीना गौतम प्रिंसिपल, राजकीय बालिका इंटर कालेज, कटरा एक माह पूर्व ही स्कूल में वाटर कूलर और वाटर प्यूरीफायर आया है। इसको लगवाने के लिए डीआईओएस कार्यालय से पूछा गया तो वहां से बताया कि एक शीघ्र ही इसे लगवाने की व्यवस्था की जाएगी। इंदू सिंह, प्रिंसिपल, राजकीय बालिका इंटर कालेज, सिविल लाइंस बच्चों के लिए पीने के पानी की समुचित व्यवस्था विद्यालय में है। 15 दिन पहले ही नया प्यूरीफायर व वाटरकूलर मिला है। जिसे लगवाने की व्यवस्था की जा रही है। डीके सिंह प्रिंसिपल, राजकीय इंटर कालेज