जंगली जानवर का शिकार बन जाने का अंदेशा, पुलिस ने बॉडी पोस्टमार्टम को भेजी

PRAYAGRAJ: उतरांव क्षेत्र के मोतिहा गांव में अज्ञात जंगली जानवर ने तीन वर्षीय बच्चे को घर से 50 मीटर दूर सरसों के खेत में ले जाकर मौत के घाट उतार दिया। बहुत खोजबीन के बाद परिजनों ने सरसों के खेत में बॉडी को देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्चे की बॉडी देखकर वे चीफ पड़े। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को पोस्टपार्टम को भेज दिया है। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे किसी जंगली जानवर की हरकत मानकर चल रही है।

गायब था बच्चे का दाहिना हाथ

मोतिहा गांव निवासी दशरथ पटेल मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। गुरुवार वह प्रयागराज के लिए गया था। दोपहर लगभग 1 बजे के करीब उसका 3 वर्षीय बेटा साहिल घर के पास ही खेल रहा था। किसी को पता भी नहीं चला कि वह कब गायब हो गया। काफी समय बीत गया और बच्चा दिखना बंद हो गया तो परिवारवालों को चिंता हुई और उन्होंने बच्चे की खोज शुरू कर दी। इस चक्कर में करीब चार घंटे निकल गये। परिवार में रोना-पीटना मच गया तो गांव के लोग भी बच्चे को खोजने निकल पड़े। घर से करीब 50 मीटर दूर वे सरसो के खेत में पहुंचे तो चीख निकल गयी। वहां बच्चे की बॉडी पड़ी हुई थी। उसका दाहिना हाथ गायब था और सिर पर भी जख्म के गहरे निशान बने थे। इसी से आशंका जतायी गयी कि कोई जंगली जानवर बच्चे को उठा ले गया होगा।

दो बहनों में एकलौता था साहिल

साहिल के परिवार में पैरेंट्स के अलावा दो बहने ही हैं। साहिल की मौत ने पूरे परिवार को सन्नाटे में डाल दिया है। सूचना पर थानाध्यक्ष उतराव चंद्र भूषण मौर्य मय फोर्स मौके पर पर पहुंचे। बॉडी को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि आगे क्या करना है।

Posted By: Inextlive