- वुमेंस हॉस्टल कैंपस में महिला सशक्तिकरण पर चला सवाल जवाब का दौर

- सेंटर ऑफ वुमेन स्टडीज की ओर से वुमेंस डे को लेकर आर्गनाइज हुआ प्रोग्राम

वुमेंस हॉस्टल कैंपस में महिला सशक्तिकरण पर चला सवाल जवाब का दौर

- सेंटर ऑफ वुमेन स्टडीज की ओर से वुमेंस डे को लेकर आर्गनाइज हुआ प्रोग्राम

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ स्टडीज की ओर से इंटरनेशनल वुमेंस डे के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वुमेंस हॉस्टल कैम्पस के हाल ऑफ रेजिडेंस में आर्गनाइज्ड प्रोग्राम में वूमेंस इंपावरमेंट पर चर्चा की गई। प्रोग्राम में मुख्य वक्ता के तौर पर डीन आटर््स प्रो। मृदुला त्रिपाठी, डॉ। कुमुदनी पति एवं शांति चौधरी मौजूद रहीं।

महिलाओं को नहीं मिल रही तवज्जो

इस अवसर पर प्रो। मृदुला त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में कहा कि महिला दिवस केवल हमारे लिए सेलिब्रेशन का ही दिन नहीं है। बल्कि यह महिलाओं के लिए मूल्यांकन का भी समय है। उन्होंने कहा कि यह देखे जाने की जरूरत है कि हम महिला सशक्तिकरण की दिशा में कितनी मजबूती से आगे बढ़ पा रहे हैं। उन्होंने महिला को किसी भी फैमिली की बैक बोन बताते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि महिलाओं के विविध सामाजिक सरोकार होने के बावजूद भी लड़कों की अपेक्षा कम तवज्जो दी जा रही है।

कुपोषण पर भी दिलाया ध्यान

डॉ। कुमुदनी पति ने डोमेस्टिक वॉयलेंस पर अपनी बात रखते हुए डोमेस्टिक वॉयलेंस एक्ट और महिलाओं को मिलने वाली विधिक सहायता पर अपनी राय रखी। मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की शांति चौधरी ने विशेष रूप से वुमेन हेल्थ पर जोर दिया और महिलाओं के कुपोषण की ओर ध्यान आकर्षित किया। इस दौरान सभी संकायों की तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी भी मौजूद रहीं। जिनके सवालों का जवाब भी दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सेंटर ऑफ वुमेन स्टडीज की डायरेक्टर प्रो। सुमिता परमान एवं डॉ। रुचिका वर्मा मौजूद रहीं।

Posted By: Inextlive