- डिस्ट्रिक्ट की एक सीएचसी पर हब लैब स्थापित की जाएगी

- 13 सीएचसी पर स्पोक लैब बनाकर लिए जाएंगे सैंपल्स

ये भी जानें

- 14 सीएचसी डिस्ट्रिक्ट में

- 2 पीएचसी शहर में

- 50 पीएचसी देहात में

- 398 सब सेंटर्स डिस्ट्रिक्ट में

-97 तरह के टेस्ट होंगे हब लैब में

बरेली : बरेलियंस के लिए अच्छी खबर है। सीएचसी और पीएचसी पर आने वाले पेशेंट्स को अब किसी भी तरह का टेस्ट कराने के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की दौड़ नहीं लगानी होगी। इसके लिए एक सीएचसी को हब लैब के तौर पर डेवलप किया जाएगा, जहां सभी सीएचसी और पीएचसी से आने वाले सैंपल्स की जांच की जाएगी और अगले दिन रिपोर्ट पेशेंट को मिल जाएगी। शासन से फरमान आने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसरों ने हब लैब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही हब लैब बनाने के लिए सीएचसी डिसाइड कर ली जाएगी और अगले महीने इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।

24 घंटे ओपन रहेगी लैब

डिस्ट्रिक्ट की जिस सीएचसी को हब लैब के रूप में डेवलप किया जाएगा, यह 24 घंटे ओपन रहेगी। जिससे यहां टेस्ट के लिए आने वाली स्लाइड्स का ठीक प्रकार से चेकअप कर रिपोर्ट तैयार की जा सके।

अन्य सीएचसी पर स्पोक लैब

बाकी सीएचसी पर स्पोक लैब बनाई जाएंगी, जहां पर सैंपल्स कलेक्ट किए जाएंगे। लैब में सभी 97 तरह की जांचें फ्री होंगी। इससे दूर दराज के लोगों को 24 घंटे पैथोलॉजी की सुविधा मिल सकेगी। स्पोक लैब पर सैंपल लैब असिस्टेंट व स्टाफ नर्स लेंगी।

यहां बन सकती है लैब

हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसरों की माने तो हब लैब बनाने के लिए डिस्ट्रिक्ट की पांच लैब की सूची तैयार की गई है। इसमें बहेड़ी, मीरगंज, आंवला, सुभाषनगर और फरीदपुर सीएचसी शामिल हैं। व्यवस्थाओं के आधार पर इनमें से एक सीएचसी को हब लैब के रूप में डेवलप किया जाएगा। जहां शासन से उपलब्ध कराए जाने वाले उपकरणों को इंस्टॉल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

नोडल ऑफिसर हुए नामित

डिस्ट्रिक्ट की एक सीएचसी को हब लैब बनाने के लिए कार्य योजना तैयार करने के लिए डॉ। रंजन गौतम को नोडल ऑफिसर नामित किया गया है जिनकी देखरेख में ही हब लैब स्थापित की जाएगी।

कम होगा दबाव

डिस्ट्रिक्ट फीमेल और मेल हॉस्पिटल दोनों में मॉडल पैथोलोजी लैब हैं। यहां रोजाना करीब 500 जांचे होती हैं। ओपीडी का टाइम ओवर होने के बाद आने वाले पेशेंट्स को बिना जांच कराए लौटना पड़ रहा है। हब लैब बनने के बाद पेशेंट् अपने क्षेत्रीय सीएचसी-पीएचसी पर ही सैंपल देकर जांच करा सकेंगे, जिसकी रिपोर्ट अगले ही दिन उसी सीएचसी-पीएचसी पर उपलब्ध हो सकेगी। इससे एक ओर पेशेंट्स को राहत मिलेगी वहीं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की लैब पर भी दबाव कम होगा।

शासन की ओर से एक सीएचसी को हब लैब के रूप में विकसित करने का आदेश आया है। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सीएचसी के चुनाव के बाद प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।

डॉ। विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ

Posted By: Inextlive