पंद्रह मिनट कहीं डेढ़ घंटे बाद टीईटी रद होने की मिली खबरपरीक्षा के दौरान कापी छोडक़र कक्ष के निकल जाने का हुआ अनाउंसमेंट।


बरेली( ब्यूरो) : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा(यूपी टीईटी) रविवार को जिले के 95 केंद्रों पर प्रस्तावित थी, जिसमें शामिल होने के लिए 43,377 अभ्यर्थी पहुंचे थे। पहली पाली में ही परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट बाद अचानक परीक्षा स्थगित होने का अनाउंसमेंट हुआ और छात्रों में बाहर निकलने को लेकर अफरा-तफरी मच गई। परीक्षा रद्द होने के बाद हर अभ्यर्थी के चेहरे पर मायूसी साफ दिख रही थी।


परीक्षार्थी बोले धोखा हुआ
जिला विद्यालय निरीक्षक डा। मुकेश कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से लखनऊ, मेरठ व अन्य जगह पेपर लीक होने के कारण परीक्षा के स्थगित होने की जानकारी हुई। इसके बाद जिम्मेदारों ने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचकर इसकी जानकारी दी। वहीं परीक्षा स्थगित होने के बाद परीक्षा केंद्र से बाहर निकलते हर परीक्षार्थी का कहना था कि उनके साथ सिर्फ धोखा किया गया है। दरअसल, परीक्षा केंद्र पर देरी से जानकारी मिलने की वजह से आधा घंटे अभ्यर्थी परीक्षा देते रहे। बता दें कि यह परीक्षा सुबह दस बजे से साढ़े बारह और ढाई बजे से पांच बजे तक दो पालियों में आयोजित होनी थी। पहली पाली के लिए जिले में 56 और दूसरी पाली के लिए 39 केंद्र बनाए गए थे। इसमें पहली पाली में 25,747 और दूसरी पाली में 17,63 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।

पहली बार लाइव सर्विलेंस सीसीटीवी की हुई थी व्यवस्था
टीईटी की परीक्षा पारदर्शिता व नकलविहीन आयोजित कराई जा सके। इसके लिए पहली बार लाइव सीसीटीवी कैमरे से सर्विलांस की व्यवस्था की गई थी। सभी परीक्षा केंद्रों इसे एक्टिव किया गया था और इसकी निगरानी लखनऊ में हो रही थी। मगर, परीक्षा शुरू होने के 15 से 20 मिनट बाद ही इन दावों को धज्जियां उड़ गईं।

प्रति केंद्र दो निरीक्षक, एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट
एडीएम सिटी आरडी ङ्क्षसह ने बताया कि प्रथम और दूसरी पाली में हर केंद्र पर दो निरीक्षक, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से पर्यवेक्षक की तैनाती की गई थी। इसके अलावा प्रथम पाली के लिए 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट और दूसरी पाली में 16 सेक्ट्रर मजिस्ट्रेट की तैनाती थी। परीक्षा केंद्र में निरीक्षक से लेकर पर्यवेक्षक के लिए स्मार्टवाच, स्मार्टफोन समेत कोई भी इलेक्ट्रानिक डिवाइस ले जाने की रोक थी। लेकिन, सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं।

कई केंद्रों पर एक घंटे के बाद भी नहीं हुई जानकारी
जिले में कई केंद्रों पर एक से डेढ़ घंटे के बाद भी परीक्षा के स्थगित होने की भनक नहीं लग सकी। केडीईएम इंटर कालेज में साढ़े ग्यारह बजे जब एसडीएम पहुंची तो इस बात की जानकारी हुई। इसके बाद अफरा-तफरी के माहौल के बीच परीक्षार्थी कक्ष से बाहर निकले।

Posted By: Inextlive