जिले में फतेहगंज के रफियाबाद की गोशाला में लगाया जा रहा 85 मैट्रिक टन क्षमता का प्लांट. गैस और बिजली का होगा उत्पादन स्कूल और पास के खेतों को मिलेगी सुविधा

फैक्ट एंड फिगर
1 ही बनेगा जिले में गोबर गैस प्लांट
50 लाख की होगी लागत
85 मैट्रिक टन का लगेगा टैंक
400 के लगभग हैं गौशाला में गाय

किन्हें मिलेंगी क्या सुविधाएं
गौशाला- यहां पर लाइट की पूरी व्यवस्था मिल सकेगी
-6 सिंलिडर गैस का भी होगा निर्माण
-गौशाला के पास खेतों में हो सकेगी सिंचाई
-प्लांट को ही जोडक़र बनेगा 4 इंज बोर का मोटर
-गोबर के वेस्ट को कंम्पोस्ट करके बनाई जाएगी खद
नवोदय विद्यालय
-विद्यालय को विद्युत सुविधा पूरी दी जाएगी लाइट की तो व्यवस्था होगी ही इसके साथ ही पंखे भी चला सकेंगे

बरेली(ब्यूरो)। जिले में बने गोशालाओं केे वेस्ट को ऐसे ही नदियों-नालियों में बहा दिया जाता है। इसे बहुत ही कम लोग काम में लेते हैं। इसे देखते हुए सरकार की तरफ से गोशालाओं के गोबर से गैस बनाने की पहल की गई है। पूरे प्रदेश में 67 गोबर गैस प्लांट का निर्माण किया जाएगा। इसमें अपने जनपद का नाम भी शामिल है.फतेहगंज पश्चिमी के रफियाबाद गांव स्थित गो संरक्षण केंद्र पर इस संयंत्र को लगाने की मंजूरी मिली हैं। इस प्लांट को 50 लाख की लागत से तैयार किया जाएगा। इसे बनाने की प्रॉसेस स्टार्ट कर दी गई है। इसे डेढ़ माह में पूरा करने का लक्ष्य है। इस प्लांट से विद्युत का निर्माण, सिंचाई, गैस का निर्माण किया जाएगा, जिससे वहां बने नवोदय विद्यालय से लेकर आसपास के लोगों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।

फ्री होगी खेतों की सिंचाई
जिला पंचायत राज अधिकारी धर्मेंद्र कुमार के अनुसार प्लांट बनाने के बाद उससे मिलने वालीे लाइट से खेतों की सिंचाई के लिए पंपिंग सेट भी चलाया जा सकेगा, जिससे पास के खेतों में सिंचाई करना आसान हो पाएगा। इसके लिए खेत स्वामी को कोई पे भी नहीं करना होगा। इससे बिजली और डीजल दोनों की बचत की जा सकेगी। ऐसे में बचत किए गए धन को अन्य खर्च में यूज करना आसान होगा। इसके साथ ही गोशाला के लिए भी पानी का पूरा प्रबंध उस से ही किया जाएगा।

बिजली भी फ्री मिलेगी
इस गोबर गैस प्लांट से विद्युत निर्माण भी किया जाएगा। इस बिजली को गोशाला लिए तो यूज किया ही जाएगा। इसके साथ ही यहां पर स्थित नवोदय विद्यालय में भी किया जाएगा, जिससे वहां पर लाइट न होने की वजह से जो समस्याएं होती थीं, उनमें सुधार होगा। क्योंकि ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लाइट की समस्या लगातार बनी रहती है। सबसे ज्यादा यह परेशानी गर्मियों के दिनों में होती है। इसके साथ ही गैस का भी निर्माण किया जाएगा। इसके कम से कम छह सिलिंडर्स एक माह में तैयार किए जा सकेंगे, जो वहां की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।

गोशाला के सुधरेंगे हालात
85 मीट्रिक टन क्षमता के प्लांट से गोशाला की स्थिति में भी सुधार होगा। गोवंश के लिए लाइट, पानी की व्यवस्थहो सकेगी। बिजली होने से गर्मी के मौसम में उनक लिए पंखे की सुविधा भी मिल पाएगी।

खाद बनाकर अर्निंग
गोबर गैस प्लांट से निकलने वाले वेस्ट का भी यूज किया जा सकेगा। उससे खाद बनाया जाएगा, जिसकी बिक्री कर उससे प्राप्त इनकम से गोशाला के खर्च के अलावा वहां पर नियुक्त स्टाफ को सेलरी की भी व्यवस्था की जाएगी।

वर्जन
जिले में पहली बार यह प्लांट लगाया जा रहा है। इसमें गैस तो बनाई ही जाएगी। इसके साथ ही गोशाला के अलावा पास ही स्थित नवोदय विद्यालय व आसपास के किसानों फ्री विद्युत, सिंचाई की सुविधा दी जाएगी।
धमेंद्र कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी

Posted By: Inextlive