ड्रग तस्करों पर कार्रवाई के लिए बरेली पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को सीखाईं बारीकियां

(बरेली ब्यूरो: एनडीपीएस एक्ट में विवेचक तस्करों के खिलाफ किस स्तर तक कार्रवाई कर सकता है.एक्ट में क्या-क्या प्रावधान है, तस्कर की संपत्ति कैसे फ्रीज कराई जा सकती है। इन सभी बारीकियों की ट्रेनिंग बरेली पुलिस ने उत्तराखंड को वेडनसडे को ऑनलाइन माध्यम से दी। ट्रेनिंग सेशन बरेली पुलिस ने एक-एक बारीकी को समझाया। ट्रेनिंग सेशन बरेली पुलिस लाइंस में आईजी रमित शर्मा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें उत्तराखंड के दो पुलिस उपाधीक्षकों के साथ दस निरीक्षक व अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल हुए। जबकि 13 जिलों के अन्य क्षेत्रााधिकारी व विवेचक भी ऑनलाइन शामिल हुए।

एसपीआरए ने दी जानकारी
ट्रेङ्क्षनग सेशन में एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बरेली में तस्करों के विरूद्ध की गई कार्रवाई के बारे में उत्तराखंड के अफसरों को जानकारी दी। बकायदा, पीपीटी के जरिए प्रत्येक तस्करों के विरूद्ध की गई कार्रवाई के बारे में समझाया। तस्करों की संपत्ति के जब्तीकरण, ध्वस्तीकरण व चिह्नीकरण के बारे में विस्तार से बताया। राजकुमार अग्रवाल ने पिट एनडीपीएस के बारे में जानकारी दी।

विवेचक को पर्याप्त अधिकार
बताया कि किस तरह एनएसए की तरह पिट एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई कर तस्कर पर शिकंजा कस सकते हैं। यह भी बताया कि एनडीपीएस एक्ट में विवेचक व इंस्पेक्टर को पर्याप्त अधिकार प्राप्त हैं। विवेचक ऐसे मामले में अपने स्तर से ही तस्कर की संपत्ति फ्रीज कर सकता है। सफेमा के विधिक प्राविधानों के बारे में भी पुलिसकर्मियों को जानकारी दी गई। बैठक में आईजी के अलावा एसएसपी रोहित ङ्क्षसह सजवाण, एसपी सिटी रङ्क्षवद्र कुमार, एसपी ट्रैफिक राम मोहन ङ्क्षसह, एसपी क्राइम मुकेश प्रताप ङ्क्षसह के साथ शाहजहांपुर, पीलीभीत एवं बदायूं से एक-एक क्षेत्राधिकारी एवं पांच-पांच विवेचकों ने प्रतिभाग किया।

बारीकियों से अंजान थी उत्तराखंड पुलिस
उत्तराखंड ड्रग तस्करों का अड्डा बन गया है। आए दिन कोई न कोई तस्कर तो पकड़ा जाता था लेकिन वह कड़ी कार्रवाई न होने के चलते कहीं न कहीं फिर छूटते ही तस्करी में लिप्त हो जाते थे। हालांकि उत्तरखंड पुलिस तस्करों पर कार्रवाई तो करती थी लेकिन उसकी बारीकियों से कहीं न कहीं अंजान थी। इन्हीं बारीकियों को सीखने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने बरेली पुलिस अफसरों से सपंर्क कर बारीकियों को सीखने के लिए एक सेशन का आयोजन कराया। ताकि ड्रग तस्करों पर कड़ी कार्रवाई हो सके। ज्ञात हो बरेली पुलिस ने तस्करों पर पिछले वर्ष से लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर नजीर पेश की। बरेली पुलिस ने कई तस्करों की संपत्ति फ्रीज कराने के साथ कई तस्करों की कई इमारतों पर बुल्डोजर चलवाया, और तस्करों को जेल भी भेजा।

दिए गए सवालों के जवाब
ऑनलाइन आयोजित हुए ट्रेनिंग सेशन में बरेली से मौजूद एक्सपर्ट ने उत्तराखंड पुलिस को सवालों के जवाब भी दिए। ताकि कोई भी क्वैरी न रहने पाए। इसके लिए बरेली से एसपीआरए सहित अन्य विवेचक और उपाधीक्षक भी शामिल रहे, जिन्होंने आने वाली क्वैरी को भी समाधान किया।


18-अगस्त 2021 से तस्करों के खिलाफ पुलिस का चला अभियड्डान 50.99-करोड़ की संपत्ति तस्कर शहीद खां उर्फ छोटे की हुई फ्रीज
13.5-करोड़ की संपत्ति तैमूर उर्फ भोला की संपत्ति हुई फ्रीज
4.5-करोड़ की संपत्ति फ्रीज हुई मिलक मझारा में तस्कर कुनबा की
3-तस्करों के खिलाफ हुई सफेमा की कार्रवाई
9-जनवरी को तस्करों पर एक्शन के लिए बरेली पुलिस और उत्तराखंड पुलिस ने की बैठक
13-जिलों की उत्तराखंड की पुलिस ने ली ऑनलाइन ट्रेनिंग

Posted By: Inextlive