कर्नल के पैतृक आवास में चल रहा है गवर्नमेंट स्कूल, विभाग वापस करने में कर रहा आनाकानी

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सरहद पर देश के लिए जान की बाजी लगाने वाले आर्मी अफसर को अपना पैतृक घर पाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग से जंग लड़नी पड़ रही है। दरअसल, आर्मी के कर्नल ने अपना पैतृक आवास स्कूल के संचालन के लिए दिया था। जुलाई में वह रिटायर हो रहे हैं। लिहाजा, वह स्कूल को खाली कराकर उसे आवास बनाना चाह रहे हैं लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी उन्हें घुमा रहे हैं।

8 साल से नहीं मिल रहा किराया

कर्नल एसके जैन ने बताया कि बिहारीपुर स्थित उनके पैतृक आवास में प्राथमिक विद्यालय चल रहा है। इसके एवज में बेसिक शिक्षा विभाग किराए के रूप में सौ रुपए प्रति माह के हिसाब से भुगतान तय है, जो उन्हें बीते आठ वर्ष से नहीं मिला है। उनका कहना है कि वह जुलाई में रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में उन्हें आवास की जरूरत है। उनका आवास पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसलिए वह आवास को कब्जे में लेकर इसका पुनर्निमाण कराना चाह रहे हैं। दिक्कत यह है कि इसके लिए वह कई बार बीएसए और बेसिक शिक्षा परिषद को कई बार लेटर लिख चुके हैं लेकिन हर बार विभाग इसे टाल जा रहा है। विभाग कह रहा है कि लेटर परिषद को लिख दिया गया है। जब वह परिषद पहुंचे तो वहां के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अभी तक लेटर ही नहीं मिला है। ऐसे में वह परेशान हैं। बीएसए एश्वर्या लक्ष्मी यादव का कहना है कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। मामले की फाइल पढ़ने के बाद इस पर कुछ बोलना उचित होगा।

Posted By: Inextlive