अब संचालक ही लगा रहे बारातघर में 'सील'
एक्सक्लुसिव न्यूज
- 21 बारातघर संचालकों ने बीडीए की कार्रवाई से बचने को सौंपा है शपथ पत्र - दूसरे फेज के सर्वे की नोटिस से बचने को बीडीए को गुमराह करने की 'चालबाजी' BAREILLY: पिछले दो दिन में हुई बारातघरों पर बीडीए की सीलिंग की कार्रवाई ने बारातघर संचालकों की नींद उड़ा दी है। कमिश्नर से मोहलत मांगने के बाद भी कंपाउंडिंग स्लैब की राशि जमा करने में असमर्थ रहे बारातघर संचालक खुद ही अपने बारातघरों का संचालन बंद करने का शपथ पत्र बीडीए को सौंप रहे हैं। अब तक 21 संचालकों ने बीडीए को शपथ पत्र सौंप दिया है। दूसरी ओर, गलियों और मोहल्लों में चल रहे कई बारातघरों ने बोर्ड हटा दिए हैं। ताकि दूसरे फेज के चल रहे सर्वे में उन्हें लोकेट न किया जा सके। संचालक आखिरकार बारातघर क्यों बंद कर रहे हैं पढि़ए चंद बुकिंग खर्चा लाखों काटेंट एंड बैंक्वेट हॉल एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक कई बारातघरों में साल भर में 8 या 10 बुकिंग्स ही होती हैं। एक हजार स्क्वॉयर मीटर तक के बारातघरों को 1 लाख रुपए कंपाउंडिंग स्लैब राशि जमा करानी है। बीडीए एक्ट के अनुसार नक्शा पास कराना और नक्शा के मुताबिक निर्मित भवन को तोड़कर दोबारा निर्माण कराना होगा। कई बारातघर एक हजार स्क्वॉयर मीटर से कम हैं। एक्ट के मुताबिक निर्माण कराना कठिन है। वहीं, नक्शा के मुताबिक निर्माण न होने पर कार्रवाई की संभावना है। इसके चलते बारातघर संचालक बीडीए को शपथ पत्र देकर बारातघर संचालन बंद कर रहे हैं।
कुछ संचालक हैं 'चालबाज' सूत्रों के मुताबिक बारातघरों पर बीडीए ने शिकंजा कसा तो कई बारातघर संचालक चालबाजी करने लगे हैं। बीडीए की दूसरे फेज की सर्वे लिस्ट में शामिल होने से बचने के लिए बारातघर, बैंक्वेट हॉल, मैरिज या पार्टी लॉन का बोर्ड संचालकों ने हटा दिए हैं। इसमें ज्यादातर वह बारातघर शामिल हैं, जो गलियों में खुले हैं। बता दें कि पहले फेज में मुख्य मार्गो पर बारातघरों को नोटिस जारी की गई और दूसरे फेज में गलियों और मोहल्लों के बीच गुपचुप चल रहे बारातघरों पर बीडीए सीलिंग की कार्रवाई करने जा रहा है। हालांकि, इस 'चालबाजी' में बारातघर संचालक के साथ बीडीए की प्रवर्तन टीम पर भी मिलीभगत के आरोप हैं। इन्होंने दिए ऑन स्पॉट शपथ पत्र - बदायूं रोड, कांधरपुर लाल फाटक स्थित मानसिंह साहू ने बारातघर संचालन बंद करने का सौंपा पत्र। - बदायूं रोड स्थित रिद्धि सिद्धि बारातघर संचालक ने संचालन बंद कर सौंपा प्रार्थना पत्र।- पीलीभीत बाईपास पर जगतपुर स्थित एक बारातघर संचालक ने संचालन बंद करने का दिया पत्र।
नोट - इन तीन बारातघरों ने ऑन स्पॉट बीडीए टीम को सौंपे शपथ पत्र, अन्य 18 बारातघरों ने बीडीए कार्यालय पहुंचकर दिया है शपथ पत्र। एक नजर में - 21 मार्च को जारी हुई पहली नोटिस - 83 संचालक को जारी हुई है नोटिस - 21 संचालकों ने संचालन बंद कर दिया - 5 अप्रैल से शुरू है दूसरे फेज का सर्वे - 117 बारातघरों की लिस्ट तैयार, देंगे नोटिस - 250 से अधिक हैं शहर भर में बारातघर कई बारातघरों ने संचालन बंद करने का शपथ पत्र सौंपा है। दूसरे फेज में गलियों, मोहल्लों में खुले बारातघरों की रिपोर्ट बनाई जा रही है। यदि प्रवर्तन टीम की मिलीभगत मिली तो सख्त कार्रवाई होगी। सुरेंद्र प्रसाद, सचिव, बीडीए