661 श्रमिकों को वितरित की गई साइकिलें
-साइकिल वितरण से पहले राज्य मंत्री ने गिनाई सपा सरकार की उपलब्धियां
-प्रधानमंत्री के नोटबंदी को बताया जल्दबाजी का फैसला >BAREILLY: हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मगरमच्छ पकड़ने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने लाखों मछलियां क्यों मार दी। क्या मोदी जी के पास चार हजार रुपए नहीं थे, जो अपनी बुजुर्ग मां को बैंक की लाइन में लगा दिया। यह बात मंडे शाम साइकिल वितरण करने से पहले दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री जगदेव सिंह यादव ने कही। श्रम विभाग परिसर में हुए साइकिल वितरण कार्यक्रम मंडे को 661 श्रमिकों को साइकिल दी गई। जबकि दस श्रमिकों को मंत्री ने अपने हाथों से साइकिल दी। योजनाओं की दी जानकारीदर्जा राज्य मंत्री ने श्रमिकों को प्रदेश सरकार की तमाम उपलब्धियां गिनाई। उन्होंनें कहा कि श्रमिकों को 10 रुपए में माध्ह्यान भोजन योजना सरकार जल्द ही शुरू करने जा रही है। जिससे मजदूरों को लाभ मिलेगा। इसके साथ मजदूरों को सरकार की तरफ से एक और योजना आने वाली है जिसमें मजदूरों को गेहूं चावल और चीनी देने की योजना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों को लिए कई कल्याणकारी योजनाएं हैं। सभी श्रमिक विभाग में अपना पंजीकरण कराने के बाद नवीनीकरण कराकर योजना का लाभ ले सकता है।
नहीं बता पाया सीएम का नामश्रम विभाग परिसर में साइकिल वितरण करने के दौरान राज्य मंत्री जगदेव सिंह यादव ने कई श्रमिकों से बात भी की। उन्होंने भोजीपुरा थाना क्षेत्र के घंघोरा पिपरिया से साइकिल लेने वाले एक श्रमिक से पूछा कि उसका क्या नाम है और उसे साइकिल कौन दे रहा है। जिस पर श्रमिक ने अपना नाम योगेन्द्र तो बता दिया साइकिल देने के नाम पर बताया कि श्रम विभाग दे रहा है। जब उससे मंत्री जी ने कहा कि साइकिलों का वितरण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी करवा रहे है, क्या आपको सीएम का नाम पता है तो वह उनका नाम ही नहीं बता पाया। जिस पर खुद ही मंत्री जी को उसे मुख्यमंत्री का नाम बताना पड़ा।
मोदी पर कसा तंज मोदी पर भी तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी ने नोट बंदी का फैसला तो जल्दबाजी में लिया इसके लिए 50 दिन का समय मांगा। 40 दिन तो होने वाले है अभी तक तो जनता परेशान है। इसके लिए उन्हें सभी राज्यों के सीएम से वार्ता करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इससे पहले इंदिरा गांधी ने इसी तरह का नसबंदी कराने का फैसला लिया था जिससे जनता ने नकार दिया था।