न्यू देहली-डिब्रूगढ़ ट्रेन शाम पांच बजे जैसे ही बरेली जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर रुकी पैसेंजर्स ने हंगामा कर दिया. लोको पायलट ने सिगनल मिलते ही सीटी लगाई और ट्रेन को चलाना शुरू किया तो पैसेंजर्स ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया.

बरेली (ब्यूरो)। न्यू देहली-डिब्रूगढ़ ट्रेन शाम पांच बजे जैसे ही बरेली जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर रुकी, पैसेंजर्स ने हंगामा कर दिया। लोको पायलट ने सिगनल मिलते ही सीटी लगाई और ट्रेन को चलाना शुरू किया तो पैसेंजर्स ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। प्लेटफॉर्म संख्या एक पर हंगामा होने की सूचना पर जब अफसर पहुंचे तो पैसेंजर्स का कहना था कि पहले कोच का एसी ठीक कराओ तब ही ट्रेन आगे बढ़ेगी।

नई दिल्ली से आ रही थी ट्रेन
नई दिल्ली से यह ट्रेन पूर्वाह्न सवा ग्यारह बजे डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुई थी। रवाना होने के बाद पॉवर के पीछे के कोच का एसी खराब हो गया। पैसेंजर्स का कहना था कि उन्होंने 139 टोल फ्री नंबर पर इसकी कंप्लेंट की, लेकिन बताया गया कि नेक्स्ट स्टेशन पर एसी ठीक हो जाएगा। दिल्ली से मुरादाबाद तक ट्रेन आ गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर एक्स पर भी कंप्लेंट की, लेकिन उसका भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। भीषण गर्मी से पैसेंजर्स का पारा भी चढ़ गया। जैसे ही ट्रेन बरेली जंक्शन पर पहुंची, पैसेंजर्स ने नीचे उतर कर हंगामा शुरू कर दिया। लोको पायलट ने ट्रेन को चलाना चाहा तो पैसेंजर्स ने ने हंगामा कर चेन पुलिंग कर दी। इससे ट्रेन आगे नहीं बढ़ सकी।

मौके पर पहुंचे अफसर
हंगामा होने की सूचना मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और अफसर मौके पर पहुंचे। कारण पूछा तो पता चला कि पॉवर के पीछे जो कोच लगा है, उसका एसी दिल्ली से ही खराब है। ऐसे में गैस चैंबर बन चुके एसी कोच में ऑक्सीजन भी नहीं मिल पा रही है। पैसेंजर्स ने बताया कि कंप्लेंट की सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने विरोधस्वरूप हंगामा किया है। उन्होंने ट्रेन को आगे ले जाने से पहले एसी ठीक कराने की मांग की।

दो घंटे रुकी रही ट्रेन
पैसेंजर्स की समस्या को दूर करने के लिए पॉवर के पीछे का कोच आखिरकार अफसरों को बदलना पड़ा। अफसरों ने बताया कि इस ट्रेन को बरेली जंक्शन पर अपराह्न 3:23 बजे पहुंचना था, लेकिन ट्रेन शाम पांच बजे पहुंची। ट्रेन का कोच चेंज होने में दो घंटे का समय लग गया। तब तक ट्रेन में बैठे पैसेंजर्स प्लेटफॉर्म पर बैठे रहे। इसके बाद शाम सात बजे ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया जा सका। इसके बाद अफसरों ने राहत की सांस ली। इस दौरान कुछ पैसेंजर्स की शिकायत थी कि बी-2 कोच का भी एसी ठीक से कूलिंग नहीं कर रहा है। इसको भी चेंज किया जाए, लेकिन अफसरों ने पैसेंजर्स को समझा कर शांत करा दिया।

दो ट्रेन प्लेटफार्म
राजधानी एक्सपे्रस जब प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकी तो पीछे से आ रही काशी विश्वनाथ एक्सपे्रस को प्लेटफार्म नंबर दो पर कर दिया गया। इस ही तरह श्रमजीवी एक्सप्रेस का भी प्लेटफॉर्म दो पर आने का अनाउंसमेंट हुआ तो पैसेंजर्स में खलबली़ मच गई। बाद में इसे व्यवस्थित कर दिया गया।

सुनिए पैसेंजर्स का दर्द
दिल्ली से ट्रेन चली तो वहां से ही एसी नहीं चल रहा था। जब कॉल की तो बताया कि एसी अगली स्टेशन पर ठीक हो जाएगा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी तब हम लोगों ने विरोध किया।
विनय पांडेय

रेलवे के अफसर और कर्मचारी ध्यान देते तो दिल्ली से बरेली आकर पैसेंजर्स हंगामा क्यों करते। इतनी गर्मी में कोच के अंदर तो ऑक्सीजन तक नहीं मिल रही थी।
शिवनारायण पचौरी

कोच के अंदर एसी बंद होने से बच्चों और वृद्ध पैसेंजर्स का दम घुटने लगा था। इससे लोगों को परेशानी हुई तो उनका सब्र जवाब दे गया और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
लक्ष्य

दो घंटा तक ट्रेन रुकी रही। अगर हंगामा होने से पहले ही कोच चेंज कर दिया जाता तो समस्या नहीं होती। पैसेंजर्स की कंप्लेंट पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
अनीता झा

दिल्ली से ट्रेन में सवार हुआ हूं। कोच के अंदर इतना दम घुटना शुरू हुआ कि मजबूरी में एसी चलवाने के लिए पैसेंजर्स को ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोकना पड़ा तब सुनवाई हो सकी।
गुरुचरन सिंह

ट्रेन के कोच का एसी खराब है। इसके लिए अफसरों से शिकायत की तो उन्होंने कॉल पिक करना ही बंद कर दिया। एक्स पर कंप्लेंट का भी अफसरों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
आतिश यादव

Posted By: Inextlive