यह कैसा स्मार्ट सिटी... यहां तो कभी भी हादसा हो सकता है लेकिन जिम्मेदार अनजान हैं. जी हां कुछ इस तरह के कमेंट्स लोगों ने सोशल मीडिया पर किए. दरअसल सैटरडे को सिविल लाइंस एरिया में स्कूल जाने वाले रास्ते पर ओपन नाले में एक बच्चा गिर गया था.

बरेली (ब्यूरो)। यह कैसा स्मार्ट सिटी यहां तो कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन जिम्मेदार अनजान हैं। जी हां कुछ इस तरह के कमेंट्स लोगों ने सोशल मीडिया पर किए। दरअसल सैटरडे को सिविल लाइंस एरिया में स्कूल जाने वाले रास्ते पर ओपन नाले में एक बच्चा गिर गया था। बच्चा नाले के ऊपर टूटे हुए स्लैब से गिरा, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने उसे निकालकर बच्चे की जान बचाई। इस बीच किसी ने नाले के ऊपर से गुजरते हुए बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, जिस पर लोगों ने जमकर भड़ास निकाली। पढि़ए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की इस पर पूरी रिपोर्ट

किसने क्या लिखा
अंकुर : यह कैसा स्मार्ट सिटी है!
रिजवान : स्मार्ट सिटी के नालों को भी कवर्ड नहीं किया गया
सुनील : स्मार्ट सिटी में रुपए बर्बाद अधिक हुआ
प्रीती : स्कूल जाने वाले रास्तों पर तो नाला कवर्ड होना चाहिए
दिव्यांशी : नाला ओपन होने से इस तरह तो कभी भी हादसा हो सकता है।

यहां पर भी ओपन है नाला
सिविल लाइंस शहर के पॉश एरिया में गिना जाता है। यहां पर कई नाले ऐसे हैं, जिन पर स्लैब टूटे हुए हैं और सबसे बरू़ी बात कि ये नाले स्कूल्स के पास हैं। यहां पर बच्चों का आना-जाना भी रहता है इसलिए कई बार बच्चे नालों में गिर जाते हैं। कई बार लोगों ने बच्चों को नाले से निकाल कर बचा लिया। कई बार नाले में पानी कम होने के कारण वे बच जाते हैं। सैटरडे को भी यह ही हुआ। सुबह में स्कूल जाते समय बच्चा नाले में जा गिरा। पानी कम होने के कारण बच्चा डूबने से बच गया और मौके पर मौजूद लोगों ने उसे बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक वह कीचड़ में पूरी तरह गंदा हो गया था।

हो चुके हैं हादसे
सुभाषनगर एरिया में सबसे बड़ा नाला आबादी के बीच से गुजर रहा है। इतना ही नहीं इस नाले के आसपास रहने वाले लोगों को अपने बच्चों की रखवाली करनी पड़ती है। आसपास के लोगों का कहना है कि तो इस ओपन नाला के कारण कई बार हादसे हो चुके हैं, और लोगों की जान तक चली गई। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने नाला को कवर्ड करना उचित नहीं समझा।

नगर निगम नहीं दे रहा ध्यान
नगर निगम का मेन काम लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है। बरेलियंस का कहना है कि उनसे टैक्स तो वसूले जाते हैं, लेकिन उनकी सुविधाओं का ध्यान नहीं है। निगम के इस रवैया को लेकर लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई एरिया तो ऐसे हैं, जहां पर नाला काफी समय से टूटा हुआ पड़ा है, लेकिन ठीक तक नहीं कराया गया है। कई एरियाज में तो स्लैब टूटे छोड़ दिए गए हैं।

Posted By: Inextlive