- बरेली के बाद बनारस ने दूसरा तो आगरा ने पाया तीसरा स्थान

- बरेली में टीबी रोग से ग्रसित पेशेंट्स को मिली शानदार सुविधाएं

बरेली : शासन से लेकर प्रशासन तक हर किसी का प्रयास है कि वर्ष 2021 तक देश को टीबी मुक्त बनाया जा सके। इसके लिए तमाम प्रकार के प्रयास भी किए गए। कई योजनाएं भी चलाई गई, इसी का परिणाम है कि टीबी ग्रस्त मरीजों को उचित इलाज और सुविधाएं देने में बरेली को पहला स्थान दिया गया है। थर्सडे को शासन की ओर से सेकेंड क्वार्टर की रैकिंग जारी की गई जिसमें बरेली को पहला स्थान दिया गया है।

आरयू के शिक्षक ने भी गोद लिए पेशेंट

आरयू के फार्मेसी डिपार्टमेंट के शिक्षक डॉक्टर अमित वर्मा ने एक सराहनीय पहल की और डिजीटल प्लेटफार्म का उपयोग कर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को टीबी ग्रस्त पेशेंट्स को गोद लेने के लिए अवेयर किया। वहीं खुद डॉ। अमित ने 205 पेशेंट्स को गोद लेकर उनके पोषण की जिम्मेदारी ली। वह डेली पेशेंट्स से संपर्क कर उनका हाल लेते हैं। उनके सहयोग से पेशेंट्स को गोद लेने में आरयू के पूर्व वीसी, वर्तमान रजिस्ट्रार और डीआइजी शामिल हैं।

इनको मिला सूबे में यह स्थान

टीबी उन्मूलन में बरेली को पहला, बनारस को दूसरा और आगरा को तीसरा स्थान मिला है। वहीं शासन की ओर से जारी रैकिंग के साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट को पत्र जारी कर आदेशित किया गया है कि टीबी ग्रस्त मरीजों के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए शिकायत मिलने पर फौरन कार्रवाई की जाएगी।

वर्ष 2020-21 की सेकेंड क्वार्टर की रैंकिंग थर्सडे को जारी की गई जिसमें बरेली को प्रदेश में पहला स्थान मिला है। वहीं शासन की ओर से पत्र जारी कर बेहतर प्रयास करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।

डॉ। एसके गर्ग, डीटीओ

Posted By: Inextlive