-शराब की दुकानों के बाहर सुबह से खड़े हो खरीदने वाले

-देर से खुली दुकानें तो हंगामा, सोशल डिस्टेसिंग का नहीं कोई पालन

बरेली-लॉकडाउन पार्ट 3 मंडे से स्टार्ट हो गया है और इसका पहला दिन शराब के नाम रहा। लॉकडाउन पार्ट 1 और टू के बीच 42 दिनों से शराब बिक्री का इंतजार कर रहे लोग सुबह से ही घरों से किसी न किसी बहाने निकल पड़े और दुकानों के बाहर खड़े हो गए। दुकानें खुलने में देरी से कई दुकानदार आबकारी ऑफिस पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सभी दुकानें खुल गई। इस दौरान दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां उड़ायी गई। पुलिस को लोगों को लाइन में खड़ा करने के लिए घंटो पसीना बहाना पड़ा। सोशल मीडिया पर भी शराब को लेकर कई पोस्ट वायरल होती रहीं।

राशन और सब्जी का बहाना

शासन के निर्देश पर बरेली के आबकारी अधिकारी ने डिस्ट्रिक्ट की हॉटस्पॉट एरिया को छोड़कर सभी सरकारी इंग्लिश, देशी व बियर शॉप ओपन करने का आदेश जारी कर दिया। शराब की दुकानें खुलने का निर्देश मिलते ही दुकानों के बाहर गोले बन गए। खरीददार रात से खरीदने के इंतजार करने लगे और जैसे ही सवेरा हुआ कि वह किसी न किसी बहाने से घर से निकले और शराब की दुकान के बाहर पहुंच गए। रास्ते में जब पुलिस ने पूछा तो किसी ने थैला दिखाकर बताया कि वह सब्जी या राशन लेने जा रहे हैं। कुछ लोगों ने शराब खरीदने की बात भी बताई।

सीलिंग खुलने में देरी

शराब की दुकानों के बाहर भीड़ लगने की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और लोगों को लाइन में खड़ा रहने के लिए बोल दिया गया। काफी देर तक शहर के एरिया की कई दुकानें नहीं खुलीं तो पब्लिक भी परेशान होने लगी। तेज धूप होने के चलते लोग साइड में छांव में बैठने लगे। कुछ एरिया में सीलिंग खुलने के बाद दुकानें खुल गई। जब लोगों की दुकानों के बाहर भीड़ लगने लगी और आबकारी विभाग द्वारा सीलिंग नहीं खुली तो दुकानदार आबकारी दफ्तर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। जिसके बाद सभी दुकानदारों ने बिना सीलिंग खोले ही दुकानें खोलकर बिक्री शुरू कर दी।

खरीदने की मची होड़

कुछ देर तक तो पुलिस लोगों को लाइन में खड़ा कराने में कामयाब हुई लेकिन उसके बाद लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। दुकान पर सिर्फ 5 लोगों के खड़े होने की मंजूरी थी लेकिन किसी दुकान में 50 तो किसी में 100 से अधिक लोग खड़े दिखे। यही नहीं दुकान के काउंटर्स पर भीड़ लग गई। जिससे सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो सका। यही नहीं कई लोगों ने तो दुकानें खुलते ही पेटियां तक खरीद लीं, जिसके चलते लाइन में लगे लोगों को दिक्कतें भी हुई। कई शॉप पर तो स्टॉक ही खत्म हो गया, क्योंकि लॉकडाउन में चोरी-छिपे माल की सप्लाई हो चुकी थी।

मेरे लिए तो दवा है

शराब की दुकानों के बाहर जवानों के साथ बुजुर्ग भी अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। अयूब खां चौराहा के पास आकिब नाम के 80 साल के बुजुर्ग भी लाइन में लगे थे। वह कचहरी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह कई वर्षो से शराब पीते हैं लेकिन सिर्फ एक क्वार्टर ही पीते हैं। वह इसे दवा के रूप में इस्तेमाल करते हैं। जैसे ही पता चला कि दुकान खुली हैं तो खरीदने आ गया। इनकी तरह कई लोग बस शराब न मिलने से बैचेन थे और जैसे ही दुकान खुली तो खरीदने पहुंच गए।

472 शॉप डिस्ट्रिक्ट में ओपन हुई

27 दुकानें हॉटस्पाट एरिया की बंद

Posted By: Inextlive