-अब तक 12 सौ यूनिट रक्त कर चुके हैं दान, 50 से अधिक शहरों में ऑनलाइन अवलेबल हैं डोनर

- गूगल पर ऑनलाइन सर्वेक्षण टूल के जरिए रक्तदाता और जरूरतमंद का कराते हैं संपर्क

-अब तक क्ख् सौ यूनिट रक्त कर चुके हैं दान, भ्0 से अधिक शहरों में ऑनलाइन अवलेबल हैं डोनर

- गूगल पर ऑनलाइन सर्वेक्षण टूल के जरिए रक्तदाता और जरूरतमंद का कराते हैं संपर्क

BAREILLYBAREILLY :

आरयू की 'टीम क्ख्' ने ब्लड के जरूरतमंदो के लिए अनूठी पहल शुरू की है। इसके तहत टीम जरूरतमंदों के लिए भारत में कहीं भी ब्लड डोनर उपलब्ध कराती है। अब इस अनूठी पहल से भ्0 से अधिक डिस्ट्रिक्ट के साथ दूसरे प्रदेशों में टीम वर्क कर रही है। आरयू की 'टीम क्ख्' ने अब तक पूरे भारत में सैकड़ों लोगों की रक्त की जरूरत को पूरा किया है। इस सेल्फ हेल्प ग्रुप को क्ख् युवा मिलकर संचालित कर रहे हैं।

ऐसे आया आइडिया

आरयू में गेस्ट फैकल्टी में असिस्टेंट प्रोफेसर नवनीत शुक्ला निवासी महाराजगंज ने बताया कि करीब फ्0 वर्ष पहले वह अपने दादा दयाशंकर के साथ हॉस्पिटल गए थे। वहां किसी मरीज को जान बचाने के लिए ब्लड की सख्त जरूरत थी। लेकिन उसे डोनर नहीं मिल रहा था। तो उनके दादा ने ब्लड दिया और उसकी जान बचाई। जिसके बाद से उनके मन में भी ब्लड डोनेट करने की इच्छा जागी और उन्होंने अपने क्8वें बर्थडे पर पहली बार ब्लड डोनेट किया। इसके बाद से ब्लड के जरूरतमंदों के लिए उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।

ब्लड की इमरजेंसी हो तो

ब्लड की जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद 'ब्लड डोनर इन बरेली' के नाम से गूगल पर सर्च करेगा तो 'टीम क्ख्' के मेंबर्स के मोबाइल नम्बर मिल जाएंगे। दिए गए नम्बर्स पर कॉल करके 'टीम क्ख्' के मेंबर्स से बात की जा सकती है। यह टीम मेंबर्स ख्ब् घंटे अवेलेबल रहते हैं। इसके साथ ही टीम मेंबर्स भ्0 से अधिक शहरों में ब्लड बैंक और हॉस्पिटल के संपर्क में भी रहते हैं। हॉस्पिटल से सूचना मिलते ही वह जरूरतमंद को डोनर उपलब्ध करा देते हैं।

रेयर ग्रुप भी उपलब्ध

'टीम क्ख्' के पास सामान्य गु्रप के साथ रेयर ग्रुप का ब्लड भी उपलब्ध रहता है। जिसमें ओ निगेटिव, एबी निगेटिव और बी निगेटिव ब्लड गु्रप है।

स्टूडेंट्स भी कर रहे सहयोग

'टीम क्ख्' की इस मुहिम में आरयू कैंपस के ख्00 से अधिक स्टूडेंट्स भी जुड़ चुके हैं। ऑनलाइन डाटा कलेक्शन के संस्थापक नवनीत ने बताया कि किसी को शहर में रक्त की जरूरत होती है तो उनके टीम मेंम्बर्स भी डोनर को लेकर पहुंच जाते हैं। वह अब तक अलग-अगल डिस्ट्रिक्ट के साथ दूसरे प्रदेशों में क्ख् सौ यूनिट रक्तदान करवा चुके हैं। उनकी इस मुहिम में अब तक भ्0 से अधिक शहरों के युवा जुड़ चुके हैं।

क्8 बुजुर्गो की प्रतिमाह कराते हैं डायलिसिस

टीम मेम्बर्स ने बताया कि उनके संपर्क में डायलिसिस के ऐसे क्8 बुजुर्ग मरीज हैं जिनकी माह में दो बार डायलिसिस होती है। एक मरीज को एक बार में एक यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। जिसके लिए लगातार कई माह से हेल्प कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह सभी ऐसे बुजुर्ग हैं जिनका परिवार या तो उनके पास नहीं है या फिर उनके परिवार में रक्तदान करने वाला कोई नहीं है।

टीम में ये हैं शामिल

नवनीत शुक्ला, प्रभांशु शुक्ला, सुमित यादव, नवीन शुक्ला, आयुषी गौर, अकांक्षा शुक्ला, अंजली, डॉ। हेमेन्द्र शुक्ला, अभिषेक वर्मा, नीलमणि त्रिपाठी, रत्‍‌नाकर मौर्या और विकास मिश्रा हैं।

Posted By: Inextlive