सूबे के अलग-अलग जिलों में लोगों के पास इंटरनेट के जरिए भेजा गया मैसेज आ रहा है. इसमें कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज यानि तीसरी डोज लेने की बात लिखी है.

बरेली ब्यूरो । सूबे के अलग-अलग जिलों में लोगों के पास इंटरनेट के जरिए भेजा गया मैसेज आ रहा है। इसमें कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज यानि तीसरी डोज लेने की बात लिखी है। हैरानी की बात है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस तरह का कोई संदेश लोगों के पास नहीं भेजा गया है। यही नहीं वैक्सीन निर्माता कंपनी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास भी इस संदर्भ में कोई संदेश नहीं आया है। यहां तक कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्ल्यूएचओ के अधिकारी भी फिलहाल कोविड वैक्सीन लगाने में बूस्टर यानी तीसरी डोज लगाने की बात खारिज कर चुके हैं। सभी ने इस तरह के संदेश को भ्रामक करार दिया है।

मैसेज पर ही लिंक, खुलता है पुराना लेख
लोगों के पास बूस्टर डोज से संबंधित जो मैसेज आ रहा है, उस पर एक लिंक भी है। मैसेज की सत्यता जानने के लिए लिंक को चेक किया। इस पर डेल्टा प्लस वैरिएंट से संबंधित एक पुराना लेख सामने आ रहा है। ऐसे में माना जा रहा कि इस तरह के लेख को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाने के लिए ये मैसेज वायरल किया गया है। वहीं कुछ जानकार इसे व्यवस्था बिगाडऩे के लिए एक बड़ी साजिश के रूप में भी देख रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग से जारी होती कोई भी व्यवस्था
इस तरह के संदेश के बारे में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.आरएन सिंह बताते हैं कि सरकार सीधे मैसेज के जरिए कोई योजना, इसमें बदलाव या अपडेट लागू नहीं करती है। बल्कि केंद्र या राज्य सरकार से शासन के जरिए संबंधित विभाग जैसे इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के जरिए ही कोई बदलाव सार्वजनिक किया जाता है।

Posted By: Inextlive