रघुपति राघव राजा राम, प्रशासन को बुद्धि दे भगवान
सिटी मजिस्ट्रेट की अभद्रता पर महिलाएं आहत, दिया नारा - रघुपति राघव राजा राम
डीएम के व्यवहार पर पड़ी नरम, मामला सुलझाने का मिला आश्वासन BAREILLY: चनहेटी गांव में शराब भट्ठी हटवाने के लिए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर रही महिलाओं से वेडनसडे को सिटी मजिस्ट्रेट ने अभद्रता की। आरोप है कि महिलाओं को अपशब्द कहे और धरना-प्रदर्शन की वीडियो रिकॉर्डिग कराने की धमकी दी। वहीं डीएम गौरव दयाल ने इसे कोरा आरोप बताकर खारिज कर दिया। डीएम ने चनेहटी गांव में भट्ठी हटाने के मामले में थर्सडे शाम तक फैसला ले सकते हैं। अपशब्द कहने के लगाए आरोपसिटी मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मंगला वेडनेसडे प्रदर्शन कर रही महिलाओं के पास पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को हड़काया। इतना ही नहीं भीड़ और मीडिया के सामने अपशब्द का इस्तेमाल किया। इससे वृद्ध द्रोपदी बेहोश हो गई। फिर महिलाओं ने राष्ट्रपिता के प्रिय गीत की पंक्तियां 'रघुपति राघव राजा राम के अलावा प्रशासन को बुद्धि दे भगवान.' गाकर विरोध्ा किया।
डीएम आज करेंगेफैसलातकरार के बाद महिलाएं डीएम के पास पहुंची। महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रहीं विमला ने डीएम से सिटी मजिस्ट्रेट की अभद्रता पर शिकायत की, तो डीएम ने इसे छोटी सी बात कहकर तूल न देने की सलाह दी। हालांकि डीएम ने एसपी सिटी व एडीएम-ई के नेतृत्व वाली जांच कमेटी चनेहटी भेजने और रिपोर्ट देने की बात कही।
कार्रवाई करें डीएम इस मामलें में महिला व बाल मंत्री मेनका गांधी ने डीएम को ईमेल कर फैसला लेने के निर्देश दिए हैं। फैसले के बाद इसकी रिपोर्ट मेनका गांधी को भी देना है। चनेहटी धरना-प्रदर्शन समिति का प्रतिनिधि के हरीश गंगवार और वीर सिंह के साथ एक दल वेडनसडे दिल्ली गया और इसके बाद ये आदेश निर्गत हुआ है। किसी महिला से कोई अभद्रता नहीं की गई है। सिर्फ गेट बंद करने को कहा गया था। ताकि, ज्यादा लोग अंदर न घुस सकें। - गौरव दयाल, डीएम महिलाओं की मांग थी कि डीएम गेट पर आकर ज्ञापन लें। मैंने कहा कि कुछ महिलाएं ज्ञापन लेकर डीएम के पास चली जाएं, तो सभी गेट के अंदर घुसने लगी। इस पर मैंने गेट बंद करवा दिया। मैंने किसी से भी अभद्रता नहीं की। - उमेश कुमार मंगला, सिटी मजिस्ट्रेट सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को अपशब्द कहे, महिलाओं से इस तरह का व्यवहार कर उन्हें शर्मसार किया है। धरना तब तक जारी रहेगा जब तक कि भट्ठी बंद नहीं हो जाती। - विमला, प्रदर्शनकत्री