- बीएसएनएल अलग-अलग जगहों पर लगाएगा 22 बीटीएस

- एक बीटीएस की कैपिसिटी होगी 4 किलोमीटर तक की

>BAREILLY:

बीएसएनएल उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही फोन डिस्कनेक्ट की प्रॉब्लम से उन्हें निजात मिलेगी। दरअसल सिग्नल को स्ट्रांग करने के लिए विभाग बेस्ड ट्रांसिवर स्टेशन बीटीएस का सहारा लेगा। जमीन फाइनल कर बीटीएस लगाए जाने की कवायद शुरू भी कर दी गयी है। क्योंकि, पहले से लगे टॉवर्स कंज्यूमर्स के अपेक्षा पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। जिस वजह से आए दिन सिग्नल डिस्टर्ब रहता है।

सिग्नल होगा स्ट्रांग

बीएसएनएल बरेली डिस्ट्रिक्ट में टोटल ख्ख् बीटीएस लगाए जाने हैं। इनमें से बरेली शहर में म् पीताम्बरपुर ख्, नवाबगंज ब्, बहेड़ी फ्, मीरगंज ख् और आंवला में भ् बीटीएस शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि, इस साल तक सारे टॉवर्स लगाए जाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। एक टॉवर का बजट एवरेज भ्0 लाख रुपए है। बरेली में पांच टॉवर लग भी चुके हैं।

ब् किलोमीटर तक

जितने भी बीटीएस लग रहे हैं इनकी कैपिसिटी ब् किलोमीटर तक की होगी। यानि टॉवर का रेडियस ब् किलोमीटर तक होने से इस रेंज में आने वाले उपभोक्ता निश्चिंत होकर अपनों से बात कर सकेंगे। एक साथ ख्भ्00 उपभोक्ताओं के फोन पर बात करने पर भी सिग्नल के पुअर होने की समस्या नहीं होगी।

फिलहाल होती है दिक्कत

बीएसएनएल के फ् लाख मोबाइल उपभोक्ता हैं। पहले से लगे क्फ्भ् टूजी और 97 थ्रीजी बीटीएस लगे हुए हैं। लेकिन, इनकी कैपिसिटी फ् लाख उपभोक्ताओं के आगे कम पड़ जाती है। कनेक्टिविटी में प्रॉब्लम्स आने से ठीक ढंग से बात भी पूरी नहीं हो पाती है। लिहाजा लोगों को बार-बार कॉल करनी पड़ी है। समय के साथ ही एक्स्ट्रा पैसे भी बर्बाद होते हैं। बात अधूरी होने पर टेंशन जो होती है सो अलग। ऐसे में ख्ख् नए बीटीएस लगने से सिग्नल के स्ट्रांग होने की बात अधिकारी कर रहे है।

बीटीएस लगने से कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा। हमारा प्रयास है कि, लोगों को बेहतर सर्विस मिल सके।

मणिराम, सीनियर मैनेजर, बीएसएनएल

Posted By: Inextlive