- कोविड एल 3 से बिल का खेल कर गंभीर हालत में रेफर कर दिया पेशेंट

- कोविड एल टू में प्राइमरी ट्रीटमेंट देकर निजी मेडिकल कॉलेज के कोविड एल टू किया गया था रेफर, रास्ते में हो गई मौत

बरेली : शहर के निजी मेडिकल कॉलेज में सरकारी हॉस्पिटल से रेफर किए गए पेशेंट से भी इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल करने की कोशिश की गई जब पेशेंट ने सरकारी इलाज कराने का हवाला दिया तो उसे जबरन बिल चुकाने का दबाव बनाया गया, बिल का भुगतान न करने पर उसे गंभीर हालत में ही 300 बेड कोविड एल टू हॉस्पिटल भेज दिया गया, यहां पेशेंट को ट्रीटमेंट तो दिया गया लेकिन बीमारी गंभीर होने पर उसे निजी मेडिकल कॉलेज के कोविड एल टू हॉस्पिटल रेफर किया लेकिन रास्ते में ही एंबुलेंस में पेशेंट ने दम तोड़ दिया।

क्या है पूरा मामला

जिला लखीमपुर के मैलानी निवासी अरविंद विश्वास का बेटा महेंद्र विश्वास बरेली शहर स्थित सनराइज फेस-2 में रह रहे हैं। वह एक एमआरआइ कंपनी में कार्यरत हैं। आठ अक्टूबर को महेंद्र मैलानी स्थित घर गए तो वहां पिता की हालत ठीक नहीं थी। इस पर वह उन्हें बरेली ले आए। यहां एक निजी अस्पताल में पिता को दिखाया तो चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमण होने की आशंका व्यक्त की। इस पर महेंद्र पिता को लेकर जिला अस्पताल गए। वहां दस अक्टूबर को कोविड जांच हुई, जो पॉजिटिव आई। इसके बाद महेंद्र ने अपनी माली हालत बताते हुए सरकारी व्यवस्था के तहत इलाज कराने की बात कही तो पिता को शहर से बाहर स्थित कोविड एल-3 अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां भी महेंद्र ने सरकारी व्यवस्था से ही इलाज कराने की बात कही। आरोप है कि अस्पताल में कुछ फार्म भरवाए गए और इलाज शुरू कर दिया गया। चार दिन बाद फोन कर बुलाया गया और 60 हजार रुपये का बिल दिया गया। कहा गया कि उनके पिता की हालत ठीक नहीं है, जल्द पेंमेंट कराओ। महेंद्र ने जब अपनी बात कही तो उससे कह दिया गया चाहें जहां जाओ, किसी से भी शिकायत कर लो, पैसा देना पड़ेगा। महेंद्र ने बताया कि पूरे दिन परेशान होने के बाद जब पैसे का इंतजाम नहीं हुा तो सीएम आवास, डीएम, सीएमओ आदि सभी से बात की लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद अस्पताल में ही रोना चिल्लाना शुरू किया तो अस्पताल प्रबंधन ने 15 हजार रुपये लेकर बात खत्म कर दी। इसके बाद एंबुलेंस लाने को कहा और उनके पिता को कोविड एल- 2 रेफर कर दिया। शुक्रवार को उन्होंने पिता को कोविड एल-2 में भर्ती कराया। यहां भी सुविधाएं न होने के चलते सैटरडे रात शहर स्थित एक कोविड एल-3 अस्पताल के लिए रेफर किया गया, जहां पहुंचने से पहले ही पिता ने दम तोड़ दिया। पिता के अंतिम संस्कार के बाद बेटे महेंद्र ने अस्पतालों की लापरवाही की शिकायत सीएम पोर्टल पर की।

मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में सीएमओ से जानकारी मांगी गई है। किस स्तर पर लापरवाही हुई। मरीज को बार बार रेफर करने के पीछे वजह स्पष्ट करने को कहा गया है। जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट मिलते ही संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। जावेद हयात, एडी हेल्थ

Posted By: Inextlive